अन्‍यछत्तीसगढ़भिलाई

भिलाई इस्पात संयंत्र के यूआरएम ने 5 मिलियन टन प्राइम रेल उत्पादन का ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की अत्याधुनिक इकाई यूनिवर्सल रेल मिल (यूआरएम) ने 22 मई 2025 को 5 मिलियन टन प्राइम रेल उत्पादन का ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया। वर्ष 2016 के दिसंबर माह में वाणिज्यिक उत्पादन आरंभ करने वाली इस इकाई ने मात्र आठ वर्षों में यह उपलब्धि प्राप्त कर भारतीय रेल निर्माण के क्षेत्र में नया अध्याय जोड़ा है।

इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि को रेखांकित करने हेतु संयंत्र में एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) ए.के. चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं प्रशासन) प्रवीण निगम, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, तथा कार्यपालक निदेशक (माइन्स) बी.के. गिरि की उपस्थिति रही।

महाप्रबंधक प्रभारी (यूआरएम) विशाल गुप्ता, संबद्ध विभागों एवं संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इस आयोजन में सहभागिता की और यूआरएम टीम को भविष्य में भी उत्कृष्टता के नए आयाम स्थापित करने हेतु अपनी शुभकामनाएँ दीं।
उल्लेखनीय है कि यूनिवर्सल रेल मिल की स्थापना देश में उच्च गुणवत्ता की रेलों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए विशेषतः भारतीय रेलवे की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए की गई थी।

भिलाई इस्पात संयंत्र के यूआरएम ने 5 मिलियन टन प्राइम रेल उत्पादन का ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया

अपनी स्थापना से ही यूआरएम ने नवाचार, तकनीकी उन्नयन और दक्ष संचालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। तकनीकी जटिलताओं और रखरखाव की चुनौतियों के बीच यूआरएम की टीम ने विचार-विमर्श, निष्पादन और समस्या समाधान की दिशा में निरंतर कार्य किया है।

यूआरएम ने भारतीय रेलवे की तकनीकी आवश्यकताओं के अनुरूप समय-समय पर अपने उत्पादों को विकसित किया है। ग्रेड 880 रेलों से लेकर उन्नत ग्रेड R260 और R350HT रेलों का उत्पादन, UIC-60 से 60E1 प्रोफाइल में बदलाव, तथा RDCIS के साथ मिलकर R350NC ग्रेड और NCC वेल्ड जॉइंट्स के ऑफलाइन हीट ट्रीटमेंट जैसी प्रगतिशील पहलें इसे भविष्य के लिए तैयार इकाई के रूप में प्रतिष्ठित करती हैं।

गुणवत्ता के क्षेत्र में भी यूआरएम ने उत्कृष्टता का परिचय दिया है। वित्त वर्ष 2017-18 में जहाँ गुणवत्ता स्वीकृति दर 82% थी, वहीं वर्तमान में यह बढ़कर 96% हो गई है, जो वैश्विक मानकों के अनुरूप है। यह उपलब्धि निरंतर प्रक्रिया सुधार, कार्यशालाओं, प्रशिक्षण एवं संवादात्मक मंचों के माध्यम से प्राप्त की गई है, जिसने वास्तविक समय में सीखने और त्वरित सुधार की संस्कृति को बढ़ावा दिया है।

यूआरएम द्वारा गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में किए गए विविध प्रयासों ने न केवल उत्पादकता को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है, अपितु कार्यस्थल को भी अधिक सुरक्षित एवं सौंदर्यपरक बनाया है। यूनिट के परिधीय क्षेत्र का सौंदर्यीकरण इसे एक विश्वस्तरीय कार्यस्थल का स्वरूप प्रदान करता है।

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