छत्तीसगढ़दुर्गभिलाई

भिलाई इस्पात संयंत्र में राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस के अवसर पर अग्निशमन जवानों का भव्य प्रदर्शन…

भिलाई इस्पात संयंत्र के अग्निशमन विभाग में 14 अप्रैल को संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता के मुख्य आतिथ्य में राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस मनाया गया। हर साल होने वाले अग्नि दुर्घटनाओं में लोगों की जान बचाते हुए अपनी प्राणों की आहुति देने वाले अग्निशमन वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु, प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस मनाया जाता है। अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम और इसके प्रति सजगता बढ़ाने के उद्देश्य से इस वर्ष गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस 2024 का स्लोगन ‘‘अग्नि सुरक्षा सुनिश्चित करें और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें” रखा गया है।

14 अप्रैल 1944 को मुम्बई डॉक यार्ड में हुई भीषण अग्नि दुर्घटना को बुझाते हुए 66 अग्निशमन वीरों ने आग से जूझते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। 14 अप्रैल राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस को बलिदान और शौर्य के इस पल को यादगार बनाए रखने तथा प्रतिवर्ष राष्ट्र की जन-धन की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले अग्निवीरों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। इसके साथ ही अग्नि सुरक्षा के लिए जनता में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से 14 अप्रैल को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इस समारोह में अग्निशमन जवानों की शानदार परेड, अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त अग्निशमन वाहनों, यंत्रों तथा सुरक्षा उपकरणों के इसके साथ साथ छोटी छोटी लापरवाहियों के कारण होने वाले अग्नि दुर्घटनाओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया गया। संयम, एकाग्रता और अनुशासन के परिचायक इन अग्निशमन जवानों द्वारा किया गया यह प्रदर्शन इस समारोह में विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। परेड से पहले मुख्य अतिथि अनिर्बान दासगुप्ता ने, अग्निशमन वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा परेड का निरीक्षण किया।

इसके बाद अग्निशमन जवानों द्वारा राष्ट्र और संयंत्र के प्रति पूर्ण निष्ठा और समर्पण से कार्य करने की शपथ ली गई। इस परेड में दो प्लाटून शामिल थे, जो सिरमोनियल किट में थे। इसके साथ ही मुख्य अतिथि ने परेड की सलामी ली। दर्शकों के लिए सीढ़ी ड्रिल, प्राथमिक चिकित्सा अग्निशमन डेमो, एएफटी टैंक आग, गृह सुरक्षा, रसोई आग, पार्टी आग, केबल सुरंग, ट्रांसफार्मर तेल आग, प्रोपेन भंडारण टैंक आग, और हाई एक्सपांशन फोम सहित जानकारीपूर्ण और दिलचस्प अग्नि सुरक्षा का प्रदर्शन किया गया।

इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक (रावघाट) समीर स्वरुप, कार्यपालक निदेशक( कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइंस) बी के गिरी, कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) तापस दासगुप्ता उपस्थित थे।

साथ ही मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन- सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग) प्रवीण रॉय भल्ला, मुख्य अग्निशमन अधिकारी (अग्निशमन विभाग) बी के महापात्रा, सेफी के चेयरमैन एवं ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एन के बंछोर, ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव परविंदर सिंह सहित संयंत्र बिरादरी से मुख्य महाप्रबंधक प्रभारीगण, मुख्य महाप्रबंधकगण, महाप्रबंधकगण, मीडियाकर्मी, संयंत्रकर्मी एवं उनके परिवारजन सहित भारी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।

इस अवसर पर, निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा, कि उत्पादन के साथ-साथ अग्नि सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दें। हम सभी को समर प्रिपरेशन प्लान, मानसून प्रिपरेशन प्लान को गंभीरता से लेना चाहिए। जिससे किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए हम सदैव तैयार रहें। हमें उच्च स्तरीय हाउस कीपिंग, फायर प्रिवेंशन, समय समय पर फायर सेफ्टी प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देना चाहिए, जिससे अग्नि दुर्घटना की स्थिति उत्पन्न ही ना हो। हम सभी को फायर प्रिवेंशन एवं अच्छे रख रखाव को अपनी दैनिक क्रिया से जोड़ लेना चाहिये, ताकि शून्य अग्नि दुर्घटनाओं के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें एवं उत्पादन को बनाएं रखें। उन्होंने कहा, संयंत्र के अग्निशमन परिवार ने राष्ट्रीय सम्पत्ति एवं जनधन की रक्षा करने में अपना बहुमुल्य योगदान दिया है, जिसके लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूँ और इस कार्य को सदैव समर्पण भाव से करने के लिए प्रेरित करता हूँ।

इस मौके पर कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) तापस दासगुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रत्येक शॉप में कर्मचारियों एवं अधिकारियों को प्राथमिक अग्निशामक उपकरणों का उपयोग एवं प्रचालन की जानकारी होना आवश्यक है। जिससे आग पर प्राथमिक स्थिती में संयंत्र कर्मियों द्वारा आसानी से काबू पाया जा सकें एवं बड़ी अग्नि दुर्घटनाओं को समय रहते रोका जा सकें। प्रत्येक शॉप में यदि हाउस कीपिंग, अग्नि निवारण निरीक्षण बार-बार किए जाएं एवं आग लगने के संभावित कारणों को दूर किया जाए, तो निश्चित रूप से अग्नि दुर्घटनानयें कम हो सकती है। जिससे हम शून्य अग्नि दुर्घटनाओं के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं, निश्चित रूप से यह कार्य कठिन है, परन्तु असंभव नहीं।

मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन- सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग) प्रवीण रॉय भल्ला ने अपने स्वागत भाषण में कहा की आग बुझाने से बेहतर है अग्नि की रोकथाम करना। इसके लिए संयंत्र के प्रत्येक शॉप में अग्नि निरीक्षण, अग्नि दुर्घटना की जांच, प्राथमिक अग्निशामक यंत्रो का रख रखाव, सुरक्षा बैठक, संयंत्र में स्थापित फिक्स्ड फायर फाईटिंग इन्स्टालेशन एवं प्रोटेक्शन सिस्टम की चैकिंग एवं मॉनिटरिंग की गति को बढ़ाना होगा। उन्होंने बताया कि संयंत्र के अग्निशमन विभाग ने समय समय पर राज्य शासन के लिए भी अपनी सेवाएं प्रदान की है।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी बी के महापात्रा ने, अग्निशमन विभाग का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिसमें अग्निशमन विभाग द्वारा संयंत्र स्तर पर विभिन्न विभागों, आसपास के क्षेत्रों में हुए अग्नि दुर्घटनाओं में प्रदान सेवाओं के बारे बताया। मुख्य अतिथि अनिर्बान दासगुप्ता और कार्यपालक निदेशकों ने अग्निशमन कर्मियों को उनके अनुकरणीय सेवाओं के लिए सम्मानित किया और अग्निशमन सेवा से सम्बन्धित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया।

इस अवसर पर किशन लाल धुर्वे एवं सुनील कुमार सिंह को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ फायरमैन घोषित किया गया, जबकि प्लांट के मर्चेंट मिल एवं वायर रॉड मिल को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ अग्नि सुरक्षा जागरूकता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही 05 अप्रैल 2024 को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के उप-विभाजन कार्यालय के ट्रांसफार्मर भंडारण यार्ड में लगी भीषण आग को बुझाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले अग्निशमन जवानों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी (अग्निशमन विभाग) एस बी धवस द्वारा दिया गया। इस पूरे रोचक कार्यक्रम का संचालन फायर स्टेशन ऑफिसर (अग्निशमन विभाग) सुश्री सारिका गहने, फायर में कम फायर इंजन ड्राइवर (अग्निशमन विभाग)  प्रमोद राठौर द्वारा किया गया।

भिलाई इस्पात संयंत्र का अग्निशमन सेवा केन्द्र अपनी कार्य कुशलता और निपुणता को बरकरार रखते हुए आज देश के श्रेष्ठ औद्योगिक अग्निशमन सेवाओं में से एक है। अग्निशमन सेवा विभाग अत्याधुनिक उपकरणों से युक्त उच्च तकनीकों का उपयोग करते हुए राष्ट्र के प्रति समर्पित है। संयंत्र के स्थापना काल से ही भिलाई अग्निशमन विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र के अलावा छत्तीसगढ़ में होने वाले अन्य अग्नि दुर्घटनाओं में भी अपनी विशेष सेवाएं प्रदान करता रहा है।

भिलाई अग्निशमन सेवा विभाग, संयंत्र एवं टाउनशिप के विभिन्न क्षेत्रों के अग्नि दुर्घटनाओं के अलावा राज्य शासन के निर्देश पर शहरी क्षेत्रों, ग्रामीण क्षेत्रों की अग्नि दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने में सहायता प्रदान करता है। साथ ही, इन क्षेत्रों में होने वाली विशेष ड्यूटी, कानून व्यवस्था, अतिविशिष्ट व्यक्तियों या स्थान की सुरक्षा हेतु विशेष सेवाएं प्रदान करता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में क्षेत्र की बड़ी अग्नि दुर्घटनाओं में इस विभाग द्वारा सक्रिय सहयोग दे कर कई उद्योगों को भी बड़े नुकसान से बचाया गया है। आज इस अवसर पर हम सभी को यह शपथ लेना चाहिए कि अग्नि सुरक्षा को अपनाते हुए बेहतर कल के निर्माण में हम अपना सहयोग दें।

14 अप्रैल को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस के रूप इस दिन शहीद अग्नि वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ विविध प्रदर्शन के माध्यम से, अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता तथा राष्ट्र एवं संयंत्र के जन-धन की पूरी तन्मयता से रक्षा करने की शपथ ली जाती है। गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों पर पूरे देश में 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अग्नि शमन सेवा दिवस मनाया जाता है। इस दिन अग्नि सुरक्षा के लिए जनता में जागरूकता पैदा करने हेतु अनेक कार्यक्रम चलाए जाते हैं।

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