दुर्ग / दुर्ग जिले के धमधा विकासखण्ड में 2 करोड़ की लागत से ग्राम दानीकोकड़ी में लगभग तीन एकड़ क्षेत्र में रीपा केन्द्र स्थापित किया गया है। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी देवांगन के मार्गदर्शन में शिक्षित युवाओं द्वारा बड़े पैमाने पर पेवर ब्लॉक यूनिट तैयार किया जा रहा है। शुरूआत में उत्पादकता कम हो रही थी। अब कार्य का विस्तार होने के कारण पहले की अपेक्षा उत्पादकता में बढ़ोतरी हुई है। इससे अधिक से अधिक युवक युवतियों को रोजगार मिल रहा है, जिससे वह आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
ग्राम पंचायत दानीकोकड़ी में स्थित महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) से यहां के आस पास के लोगों में स्वरोजगार की एक लहर दौड़ पड़ी है। इससे बेरोजगारों को रोजगार तथा अपने गांव के आस पास में ही रोजगार प्राप्त हो रहा है, जिससे उन्हें रोजगार की तलाश में कहीं दूर जाना नही पड़ रहा है। यहां के शिक्षित युवक युवतियों को ट्रेनिंग पश्चात रोजगार का सुअवसर प्राप्त हो रहा है।
दानीकोकड़ी के रीपा मैनेजर रोमलाल पटेल ने बताया कि पेवर ब्लॉक यूनिट निर्माण करने के लिए यहां छोटी-बड़ी मशीने लगी हुई है, जिसमें लगातार युवाओं द्वारा पेवर ब्लॉक तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्राम मोहंदी से लगभग 3 लाख रूपए का पेवर ब्लॉक का आर्डर प्राप्त हुआ है। 31 हजार 500 नग पेवर ब्लॉक सप्लाई किया जाना है। वर्तमान में 16 हजार 500 नग बनाया जा चुका है। पेवर ब्लॉक निर्माण करने के लिए 15 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
प्रति दिन 1000 से 1500 तक पेवर ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है। पेवर ब्लॉक की सरकारी एवं गैर सरकारी सभी जगहों से बहुत अधिक मांग आ रही है। मांग इतनी अधिक है कि पूर्ति करने के लिए और अधिक लोगों को रोजगार दिया जाएगा। यहां कार्यरत युवक युवतियों को लगभग 5 हजार रूपए तक की मासिक आय प्राप्त हो रहा है, जिससे लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है और उनके जीवन में खुशहाली आई है। रीपा केन्द्र लोगों के आय प्राप्त करने का जरिया बना है। पेवर ब्लॉक निर्माण कर रहे संजय कुमार, टीकम साहू, प्रीतम साहू, जागेश्वर साहू, धन साहू, धनेश्वरी साहू, त्रिवेणी साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन का धन्यवाद देते हुए कहा कि महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) की स्थापना से हमारा जीवन स्तर भी काफी अच्छा हुआ।
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