दुर्ग / कबीर पंथ भक्त जनों द्वारा सद्गुरु कबीर आश्रम सेलूद में 13 मई से दो दिवसीय विराट संत समागम समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। जहां उन्होनें सद्गुरु कबीर साहेब की मूर्ति पर दीप प्रज्वलित का माल्यार्पण करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि संत समाज के मार्गदर्शक होते हैं।
उन्होंने संत कबीर का जिक्र करते हुए कहा की वो ऐसे महान संत थे जिन्होंने सामाजिक आडम्बर पर कड़ा प्रहार किया और अंधविश्वास के उन्मूलन के लिए ज्ञान के दिव्य प्रकाश का प्रसार किया। संत कबीर की वाणी, दोहों के माध्यम से समाज के सामने है और अनंत काल तक समाज के पथ प्रदर्शन का कार्य करेगी। संत कबीर प्रेम के अनुरागी थे। आज 650 वर्ष बीतने के बाद भी उनकी वाणी प्रसंगिग है। वे जाति, धर्म से परे मानवता और समाज को एक सूत्र में बांधने की बात किया करते थे।
उन्होंने कहा ’’जो ब्रम्हाण्ड मे है, वही पिंड में भी’’ इसलिए उन्होंने उपस्थित जनों से अपने आप को पहचानने की बात कही। सन्त समागम में उपस्थित भक्त जनों को उन्होनें कहा मन रूपी बर्तन को खाली रखे तभी आप सन्त के वाणी को आत्मसात कर पाएं और ज्ञान को ग्रहण कर सकें। अपने उद्बोधन में उन्होने बताया कि सरकार भी सन्तो के बताए मार्ग पर चल कर शिक्षा, स्वास्थ व संस्कृति इत्यदि के माध्यम से प्रदेश के विकास का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में, आश्रम स्थल मे डोम बनाने की घोषणा की । कार्यक्रम स्थल मे साहित्य वेदान्ताचार्य सुकृत साहेब शास्त्री, संचालक छोटे महन्त परमेश्वर दास साहेब, अध्यक्ष सन्त भूपत साहेब, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष राजेंद्र साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक साहू, कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष अश्विनी साहू व अन्य जनप्रतिनिधि, श्रद्धालु और अधिकारीगण उपस्थित थे।
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