ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच आयुष मंत्रालय ने जारी किया है दिशानिर्देश, इन आयुर्वेदिक उपायों से रहें हेल्दी और तीसरी लहर से बचे
Ayush Ministry And Ayurvedic Tips: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की तीसरी लहर के चलते लोगों में एक बार फिर चिंता गंभीर बनी हुई है. दरअसल कोरोना के पुराने वैरिएंट डेल्टा वायरस के बाद आया ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) अब तेजी से देश में अपने पैर पसार रहा है. इस बीच कोरोना संक्रमण के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा नागरिकों की बेहतर सेहत के लिए समग्र दिशानिर्देश जारी किए गए है.
मंत्रालय ने कहा है कि इनके जरिए यह सुनिश्चित करने की कोशिश की गई है कि महामारी के इस दौर में लोग स्वस्थ रहें और कोरोना महामारी से अपना बचाव कर सकें. जी हां, इस मुश्किल घड़ी में आयुष मंत्रालय ने हर नागरिक के व्यक्तिगत स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर खासा जोर दिया है. केवल इतना ही नहीं मंत्रालय ने आयुष पद्धति के अलग-अलग उपायों पर चर्चा करते हुए उन्हें अपनाने के लिए लोगों से अपील की है ताकि इन्हें अपनाकर व्यक्ति स्वस्थ रह सके.
हालांकि आयुष मंत्रालय ने कहा कि ये सभी उपाय कोविड-19 एप्रोप्रियेट बिहेवियर के अंतर्गत आते हैं. इन्हें महामारी से बचाव के तौर पर विकल्प के रूप में नहीं लेना चाहिए. आयुष मंत्रालय ने मास्क के इस्तेमाल, हाथों की सही तरह से सफाई, शारीरिक और सामाजिक दूरी का पालन करना, कोविड टीकाकरण, स्वस्थ आहार, बेहतर इम्युनिटी और अन्य हेल्थकेयर से जुड़े नियमों का पालन करने को भी कहा है. आइए जानते हैं आयुष मंत्रालय द्वारा जारी किए गए इन आयुर्वेदिक उपायों के बारे में.
सामान्य उपाय
-दिन भर में कई बार गर्म पानी पिएं.
-दिन में कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम और मेडिटेशन जरूर करें.
-मसाले जैसे हल्दी, जीरा और धनिया जरूर खाएं.
-खाना पकाने में लहसून का इस्तेमाल जरूर करें.
इम्यूनटी को बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय
-सुबह 10 ग्राम च्यवनप्राश का सेवन जरूर करें. डायबिटीज रोगियों को शुगर फ्री च्यवनप्राश लेना चाहिए.
-तुलसी और दालचीनी से बनी हर्बल चाय/काढ़ा जरूर पिएं.
-दालचीनी, काली मिर्च, शुंठी (सूखी अदरक) और मुनक्का (किशमिश)-दिन में एक या दो बार जरूर खाएं.
गुड़ (प्राकृतिक चीनी) और नींबू के रस का सेवन भी जरूर करें.
गोल्डन मिल्क- 150 मिलीलीटर गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर दिन में एक या दो बार जरूर पिएं.
सरल आयुर्वेदिक प्रक्रियाएं
तिल का तेल/नारियल का तेल या घी लगाएं नासिका छिद्र में सुबह और शाम लगाएं.
ऑयल पुलिंग थेरेपी- 1 टेबल स्पून तिल या नारियल का तेल मुंह में लें. इसे पिएं नहीं बल्कि 2 से 3 मिनट तक मुंह में घुमाकर थूक दें और फिर गर्म पानी से कुल्ला कर लें. यह दिन में एक या दो बार किया जा सकता है.
सूखी खांसी और गले में खराश के दौरान
-ताजी पुदीना (पुदीना) की पत्तियों या अजवाइन और अदरक के साथ गर्म पानी का भाप जरूर लें.
-लौंग के चूर्ण को गुड़ या शहद के साथ मिलाकर 2-3 लें.
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