सहकारिता के महत्व को जन जन तक पहुंचाने के लिए साझा कदम
🔸 बैठक का आयोजन और शुरुआत:
रायपुर में आयोजित हुई अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की प्रांतीय आयोजन समिति की बैठक में प्रदेश भर से सभी सम्मानित सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत सहकारिता क्षेत्र के संस्थापक स्व. लक्ष्मण राव जी ईनामदार के तेल चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई।
🔸 संगीत प्रस्तुति और उद्घाटन:
कार्यक्रम में चंद्र किरण मिश्रा और जया रेड्डी द्वारा सहकारिता गीत की प्रस्तुति दी गई, जो सभी उपस्थित सदस्यों को प्रेरित करने वाली थी।
🔸 समारोह में प्रमुख उपस्थित:
बैठक में प्रमुख रूप से डॉ. लक्ष्मी कांत द्विवेदी (प्रांतीय अध्यक्ष), करुणा निधि यादव (प्रांतीय महा मंत्री), गिरधर मंडरिया, शशिकांत द्विवेदी, और संजय वस्त्रकार उपस्थित थे।
🔸 बैठक का दो सत्रों में आयोजन:
बैठक दो सत्रों में आयोजित हुई। पहले सत्र में सदस्यों ने अपना परिचय दिया और महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए। दूसरे सत्र में करुणा निधि यादव ने 2025 में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी और बताया कि इस आयोजन में सहकारिता के सभी आयाम जैसे दुग्ध, बीज उत्पादन, गृह निर्माण समिति, पैक्स प्राथमिक कृषि सहकारी समिति, जल संरक्षण, और विविध समाजिक सहकारी समितियाँ शामिल हैं।
🔸 सहकारिता को जन जन तक पहुंचाने का संकल्प:
आयोजन समिति ने यह संकल्प लिया कि अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष को एक जन आंदोलन में तब्दील किया जाएगा और इसके माध्यम से सहकारिता के महत्व को हर वर्ग तक पहुंचाया जाएगा।
🔸 सहकारिता को मजबूती देने की दिशा में कदम:
डॉ. लक्ष्मी कांत द्विवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सहकारिता को जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सरकार के मुखिया विष्णु देव साय ने भी इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे आम जनता को लाभ मिल रहा है।
🔸 देश में सहकारिता सम्मेलन की सराहना:
शशिकांत द्विवेदी ने बताया कि 25 से 30 नवंबर 2024 के बीच दिल्ली में हुए अंतरराष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन में भारत की सहकारिता को 107 देशों ने सराहा। उन्होंने कहा कि अब सहकारिता विभाग को और मजबूत किया जाएगा।
🔸 बैठक का सफल संचालन:
बैठक का सफल संचालन संजय वस्त्रकार ने किया। साथ ही, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शशिकांत द्विवेदी और गिरधर मंडरिया को सहकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
🔸 श्रद्धांजलि:
बैठक के अंत में डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया और श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
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