
भिलाई- आईआईटी भिलाई ने 28 फरवरी से 2 मार्च 2025 तक SPICMACAY विरासत-2025 का भव्य आयोजन किया। यह तीन दिवसीय सांस्कृतिक यात्रा भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य और कलाओं को समर्पित थी।
SPICMACAY विरासत-2025 की शानदार शुरुआत
इस कार्यक्रम की शुरुआत 28 फरवरी को पद्मश्री पुरस्कार विजेता और SPICMACAY के संस्थापक प्रोफेसर किरण सेठ द्वारा की गई। उन्होंने छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए एक विशेष अभिविन्यास सत्र आयोजित किया, जिसमें उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत, योग और नृत्य के महत्व को बताया। उन्होंने यह भी समझाया कि संगीत और नृत्य मानसिक तनाव को कम करने और एकाग्रता बढ़ाने में सहायक होते हैं।
सितार वादन से लेकर ध्रुपद कार्यशाला तक
आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसके बाद पद्मश्री उस्ताद शाहिद परवेज खान ने अपने अद्भुत सितार वादन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अगले दो दिन सांस्कृतिक गतिविधियों से रहे भरपूर
➡️ 1 मार्च: सुप्रसिद्ध ध्रुपद गायक सुश्री सोम्बाला कुमार ने ध्रुपद कार्यशाला आयोजित की, जिसमें छात्रों और परिसर के निवासियों ने भाग लिया।
➡️ 1 मार्च की शाम: सुश्री सोम्बाला कुमार के ध्रुपद गायन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
➡️ 2 मार्च: सुप्रसिद्ध कलाकार मिहिर कुमार दास ने सुपारी कला पर कार्यशाला का संचालन किया।
ओडिसी नृत्य के साथ विरासत-2025 का समापन
कार्यक्रम का समापन 2 मार्च को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता एवं प्रसिद्ध नृत्यांगना सुश्री सुजाता महापात्रा के ओडिसी नृत्य प्रदर्शन के साथ हुआ। उनका भावपूर्ण और मनमोहक नृत्य दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा।
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