रायपुर
शासकीय कार्यप्रणाली में सुशासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नवा रायपुर में दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। आज दूसरे और अंतिम दिन राज्य के विभिन्न विभागों और देशभर के ज़िलों में किए गए सुशासन प्रयासों को दो सत्रों के आयोजन में सभी से साझा किया गया। इस सम्मेलन में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने अपने अपने कार्य क्षेत्र में सुशासन लाने के लिए किए गए नवाचारों और विभिन्न कार्यप्रणालियों की जानकारी दी।
सम्मेलन के दौरान बताया गया कि नवाचार में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जैसी नई तकनीकों, संसाधनों के कुशल उपयोग, वित्तीय प्रबंधन, पारदर्शिता, फीडबैक प्रणाली और जनसहभागिता जैसी बातों पर विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने बताया कि कैसे इन घटकों को प्रभावी रूप से लागू कर सरकारी प्रक्रियाओं में गति लाई जा सकती है।
और हितग्राहियों तक सुविधाएं तेजी से पहुंचाई जा सकती हैं। सम्मेलन के दो सत्रों में हुई चर्चाओं में यह भी स्पष्ट किया गया कि सुशासन को सफल बनाने के लिए पारदर्शिता और जनभागीदारी आवश्यक है। छत्तीसगढ़ के बेस्ट प्रैक्टिसेस में आज सचिव आबकारी श्रीमती आर संगीता ने आबकारी विभाग में भ्रष्ट आचरण पर शिकंजा कसने किए गए प्रयासों, शराब दुकानों में लाये गये बदलाव, समय पर स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित करने प्रयुक्त किए जा रहे।
फेस रेकग्निशन ऑथेंटिकेशन, पारदर्शिता, रिटेल दुकानों में ग्लोबल ब्रांड की उपलब्धता मनपसंद मोबाइल ऐप आदि की जानकारी दी। इसी तरह स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेसी ने स्कूल शिक्षा व्यवस्था में आईआईटी भिलाई के सहयोग से बनाये गये विद्या समीक्षा केंद्र की जानकारी दी।
इस एआई आधारित सॉफ्टवेर से योजनाओं की मॉनिटरिंग, विश्लेषण तथा प्लानिंग में सुविधा हो रही है। आयुक्त मनरेगा और संचालक प्रधानमंत्री आवास योजना रजत बंसल ने योजना के तहत आवास निर्माण के लिए किए गए प्रयास, गृह एप्प के ज़रिये योजना के बेहतरीन क्रियान्वयन में मिल रही मदद, आदि से सबको वाक़िफ़ किया।
नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौरभ कुमार ने 237 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में बसाये जा रहे नवा रायपुर की आवश्यकता, उसके फ़ायदे, उपलब्ध करायी जा रही सुविधाएँ, आदि के बारे में बताया। दंतेवाड़ा जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा ने नवाचार के ज़िले में भू अभिलेखों का डिजिटाइज़ेशन, पहचान दंतेवाड़ा के ज़रिये।
नागरिक सुविधाएँ हर हितग्राही तक समय पर उपलब्ध कराने संबंधी नवाचार के अलावा स्कूल और स्वास्थ्य संस्थाओं में चैट जीपीटी की सहायता से सुविधा उपलब्ध कराये जाने की जानकारी दी। क्षेत्रीय सम्मेलन के अंतिम सत्र में विभिन्न राज्यों के ज़िलों में समग्र विकास के संतृप्ति दृष्टिकोण से भी संबंधित ज़िले के कलेक्टर्स और आयुक्त ने विचार साझा किए।
इनमें कलेक्टर कोण्डागाँव कुणाल दूदावत, असम के बरपेटा कलेक्टर आयुष गर्ग, राजस्थान बीकानेर की कलेक्टर सुश्री नम्रता, गुजरात महसेना कलेक्टर रुतुराज सिंह जाधव, असम के नलबाड़ी जिले की जिला आयुक्त सुश्री वर्नाली डेका, जम्मू कश्मीर के कुलगाम कलेक्टर अतहर आमिर ख़ान, के सम्मिलित हैं। इस मौक़े पर सचिव उद्योग रजत कुमार, सचिव आवास एवं पर्यावरण अंकित आनंद सहित विभिन्न राज्य से आये भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, विशेषज्ञ आदि उपस्थित रहे।
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