छत्तीसगढ़दुर्गभिलाई

एक निशान एक संविधान के प्रणेता डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जिन्होंने अपना जीवन देश को समर्पित किया – ललित चंद्राकर…

दुर्ग – जनसंघ के संस्थापक महान शिक्षाविद राष्ट्रवादी विचारधारा के प्रणेता डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर दुर्ग जिला भाजपा कार्यालय में जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित कर उनके पहले चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने दी आयोजित।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक, विधायक एवं जिला महामंत्री ललित चंद्राकर ,विधायक गजेंद्र यादव, निवृत्तमान जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, महापौर अलका बाघमार ,सभापति श्याम शर्मा, कार्यक्रम के निमित्त जिला प्रभारी एवं प्रवक्ता दिनेश देवांगन उपस्थित रहे।

आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण आयोग के उपाध्यक्ष, ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने संबोधित करते हुए कहा कि आज हम ऐसी शख्सियत का बलिदान दिवस मना रहें है जिनकी सोच में राष्ट्रवाद की भावना समाहित थी केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी वह उनके मंत्री थे।

लेकिन विचारधारा नहीं मिलने के कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और जनसंघ की स्थापना की ताकि हमारे देश की एकता अखंडता और सभ्यता एक हो सके जब हमारा देश एक है एक संविधान और एक निशान अलग-अलग क्यों देश की अखंडता और एकता को लेकर डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना जीवन न्योछावर कर दिया भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है।

और उसे पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रवादी विचारधारा के चलते आज हम विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के सदस्य हैं डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे उसे समय जमीन कश्मीर का अलग झंडा था।

अलग संविधान था वहां का मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री कहलाता था डॉक्टर मुखर्जी ने जोरदार नारा बुलंद किया एक देश में दो निशान एक देश में दो प्रधान एक देश में दो विधान नहीं चलेगा नहीं चलेगा आज डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर मैं उन्हें नमन करता हूं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी ही नहीं, एक महान शिक्षाविद्, देशभक्त, राजनेता, सांसद, अदम्य साहस के धनी और सहृदय और मानवतावादी थे।

भारत के राष्ट्रवादी महापुरूष डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के विचारों में संपूर्ण भारत दिखता था। वे सम्पूर्ण भारत को एक रूप मानते थे। डॉ. मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे।

वे मानते थे कि विभाजन संबंधी उत्पन्न हुई परिस्थिति ऐतिहासिक और सामाजिक कारणों से थी। वे मानते थे कि आधारभूत सत्य यह है कि हम सब एक हैं। हममें कोई अंतर नहीं है। हम सब एक ही रक्त के हैं। एक ही भाषा, एक ही संस्कृति और एक ही हमारी विरासत है। परन्तु उनके इन विचारों को अन्य राजनैतिक दल के तत्कालीन नेताओं ने अन्यथा रूप से प्रचारित-प्रसारित किया।

डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी अपने 52 वर्ष के जीवनकाल में और उसमें से भी 14 वर्ष के राजनीतिक जीवनकाल में वे स्वतंत्र भारत के प्रथम सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर पहुंचे। ज्ञातव्य है कि इस मंत्रीमण्डल में उन्हीं लोगों को लिया गया, जिन्होंने आजादी दिलवाने में प्रमुख भूमिका निभाई और उस समय देश को बचाने के लिये विचार और भावनाओं में जिनके साथ पूरा देश खड़ा था।

ऐसे लोगों को प्रमुख जिम्मेदारियां दी गई। डॉ. मुखर्जी के देशभक्ति पूर्ण विचारों से सहमत होकर उन्हें देश के प्रथम राजनीतिक नायकों की श्रृखंला में शामिल किया, लेकिन बाद में पाकिस्तान में हुए हिन्दुओं के नरसंहार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नेहरू से मतभेद हो गये और उन्होंने केन्द्रीय मंत्रीमण्डल से अपना त्याग पत्र सौंपकर हिन्दूहितों की रक्षार्थ सम्पूर्ण सुख सुविधाओं का परित्याग कर और इस बीड़ा को पूरा करने में पूरे प्राण-पण से जुट गये।

इससे पहले डॉ. मुखर्जी पश्चिम बंगाल और पूर्वी पंजाब के अस्तित्व में आने के पीछे एक सक्रिय ताकत के रूप में उभरे। जिसे पूरे राष्ट्र ने स्वीकार किया। कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ने के बाद उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना की जो बाद में भारतीय जनता पार्टी के रूप में स्थापित हो गई।

अभी वर्तमान में सेवा संकल्प सुशासन गरीब कल्याण के 11 वर्ष पूर्ण होने पर संकल्प से सिद्धि के कार्यक्रम चल रहे हैं जिसमें से विभिन्न कार्यक्रमों के निमित्त डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का भी बलिदान बनाया जा रहा है लेकिन आप सभी जानते हैं कि राष्ट्रवादी विचारधारा प्रत्येक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के मन में समाहित है और होना भी चाहिए।

मोदी जी के सुशासन के जितने भी जनहित विकास कार्य हैं उसे आम जनमानस के बीच में हमें लेकर जाना है जितने भी बड़ी जनहित कार्य योजनाएं हैं उसे भी हम सबको आमजन मानस के बीच लेकर जाना है मैं आप सभी से आहवन करता हूं कि डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी दिखाए हुए मार्ग पर चलने का आह्वान करता हूं।

दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव ने इस अवसर कहा कि विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में भाजपा केंद्र सहित अनेक राज्यों में सत्तासीन है जो हमारे महापुरुषों की तपस्या व बलिदान के कारण ही संभव हो पाया है। डॉ. मुखर्जी के आदर्शों को अपनाकर उनके विचारों को साकार रूप प्रदान करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

श्री यादव ने कहा कि जिस प्रकार लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने खंड-खंड हो रहे देश को अखंड बनाया, उसी प्रकार डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अखंड भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए अपना पूरा जीवन अर्पित कर दिया। डॉ. मुखर्जी केवल राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं थे।

उनके जीवन से ही राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को सीख लेनी चाहिए। उनका स्वयं का जीवन प्रेरणादायी, अनुशासित तथा निष्कलंक था। राजनीति उनके लिए राष्ट्र की सेवा का साधन थी। डॉ. मुखर्जी ने राष्ट्रनीति के लिए राजनीति में पदार्पण किया। वे देश की सत्ता चाहते तो थे, किंतु उनका विचार था कि सत्ता उनके हाथों में जानी चाहिए, जो राजनीति का उपयोग राष्ट्रनीति के लिए कर सकें।

आज केंद्र समेत विभिन्न राज्यों में सत्तारूढ़ भाजपा उनके आदर्शों से अनुप्राणित होकर कार्य कर रही है। आयोजित कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष कांतिलाल जैन, मंत्री आशीष निंमजे, दीपक चोपड़ा, कार्यलाय मंत्री मनोज सोनी, सह कार्य लाय अनूप सोनी, मीडिया प्रभारी राजा महोबिया, सोशल मीडिया संयोजक रजनीश श्रीवास्तव, आईटी सेल जिला संयोजक जितेंद्र सिंह राजपूत, वरिष्ठ भाजपा नेता अजय तिवारी, महिला मोर्चा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी आयुषी पांडेय मंडल भाजपा अध्यक्ष महेंद्र लोढा, कमलेश फैकर, कौशल साहू, बंटी चौहान, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष दिव्या कलिहारी, अल्पसंख्यक मोर्चा जिला अध्यक्ष साजन जोसेफ ,नवीन साहू, अमित पटेल, अनिल यादव, डॉ राजेश साहू, गायत्री वर्मा, जय  राजपूत, गणेश निर्मलकर, शिवेंद्र परिहार, नितेश साहू ,राजेश राजपूत, नवीन पवार ,रितेश शर्मा, राहुल पंडित ,दिनेश नालोडे, मदन वढई, लुकेश बघेल ,सुरेश दीक्षित ,विजय जलकरे, उमेश गिरी गोस्वामी, पार्षद शेखर चंद्राकर ,ज्ञानेश्वर ताम्रकार, मनीष साहू ,कमल देवांगन ,कुलेश्वर साहू ,ललित ठाकुर, युवराज कुंजाम, खालिद रिजवी ,मीना सिंह, सरिता चंद्राकर, गोविंद देवांगन ,रामचंद्र सेन, मनीष कोठारी ,संजय यादव ,पूनम यादव ,सीमा तिडके, मौसमी ताम्रकार, झरना वर्मा ,तनुजा बघेल, अंजू तिवारी ,प्रीति साहू ,नीतू श्रीवास्तव, मंजू पांडे ,प्रीति राजपूत ,शीतल जांगिड़ ,कृतिका आढतिया, संस्कृति वर्मा सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे |

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