दुर्ग / छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को अपने गांव में ही आय का विकल्प उपलब्ध करवाना है, ताकि ग्रामीण गरीब परिवारों के लोग अपनी आय में वृद्धि कर पाए। अब इस योजना का लाभ लेकर राज्य का हर एक गांव आत्मनिर्भर बनने में सक्षम हो रहा है।
इसी कड़ी में आज पाटन विकासखण्ड के फुंडा और सांकरा रीपा केन्द्र का स्कूली विद्यार्थियों ने भ्रमण किया। महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क फुंडा और सांकरा में 2-2 करोड़ की लागत से स्थापित किया गया है। स्कूली विद्यार्थियों को नवाचार व उद्यमशीलता से जोड़ने के लिए रीपा फुंडा में स्थापित कोल्ड प्रेस्ड ऑयल, पशुआहार उद्योग एवं रीपा सांकरा में निर्मित हर्बल गुलाल, रंगोली, पूजन सामग्री उत्पादों की आवश्यक जानकारी विद्यार्थियों को प्रदान की गई। फुंडा और सांकरा रीपा केन्द्रों से 2 करोड़ रुपए से ज्यादा का उत्पाद निर्मित कर विक्रय किया जा चुका है।
यहां 350 से ज्यादा महिलाएं निर्माण कार्य में संलग्न है जिससे उन्हें अतिरिक्त आय के साधन प्राप्त हुए हैं। प्रदेश में 301 रीपा स्थापित किए गए हैं। दुर्ग जिले में 12 रीपा स्थापित हैं, जिसमें विभिन्न गतिविधियां संचालित है।
ज्ञातव्य है की छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना रीपा अंतर्गत ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृण करने, नव युवकों को उद्यमशीलता से जोड़कर उद्यमी बनाने व रोजगार प्रदाय करने की पहल करते हुए 2 अक्टूबर 2022 को योजना लागू की गई थी।
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