Amrit Bharat Trains: भारतीय रेलवे की तरफ से पिछले दिनों यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए दो अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को शुरू किया गया था. इनमें से पहली ट्रेन दरभंगा-अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल के बीच चलाई गई. दूसरी ट्रेन मालदा टाउन-सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनस (बेंगलुरु) के बीच चली. इन दोनों ही ट्रेनों की सफल शुरुआत के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से 50 अमृत भारत एक्सप्रेस को मंजूरी दी गई है.
30 दिसंबर को शुरू हुई थीं दो नई ट्रेनें
रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर 50 नई अमृत भारत ट्रेनों की मंजूरी से जुड़ी जानकारी शेयर की. यह फैसला प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से 30 दिसंबर को शुरू की गई अमृत भारत ट्रेनों को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के बाद लिया गया है. अमृत भारत ट्रेन का निर्माण सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत किया है. यह भारतीय रेलवे की आधुनिक ट्रेन है. इस ट्रेन को पिछले दिनों आम आदमी की सुविधा को ध्यान में रखकर शुरू किया गया था.
अमृत भारत ट्रेन की खूबियां
इस नॉन-एसी ट्रेन में सेकेंड क्लॉस की अनरिजर्वड और स्लीपर कोच हैं. दोनों छोर पर 6,000 एचपी WAP5 लोकोमोटिव के साथ ट्रेन 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है. इस ट्रेन में दो इंजन लगाएं गए हैं क्योंकि यह लिंक हॉफमैन बुश (LHB) पुश-पुल डिजाइन वाली हाई स्पीड ट्रेन है. ट्रेन में आगे की तरफ लगा इंजन ट्रेन को आगे की ओर खींचता है. वहीं पिछला इंजन ट्रेन को आगे बढ़ाने में मदद करता है. अश्विनी वैष्णव ने पुश-पुल सेटअप के फायदों के बारे में बताए हुए कहा था कि पुल और मोड़ पर दो इंजन से सहूलियत रहती है.
अमृत भारत का झटका मुक्त सफर
अमृत भारत ट्रेन सेमी-कपलर टेक्निक पर बेस्ड है. यह तकनीक ट्रेन के शुरू होने और रुकने के दौरान महसूस होने वाले झटकों के असर को कम करने में मददगार होती है. अमृत भारत एक्सप्रेस को यात्रियों की सहूलियत के लिए तमाम तरह की सुविधाओं से लैस किया गया है.
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