भिलाई की मनोवैज्ञानिक श्रीमती मोनिका साहू को हाल ही में इंदौर की एक समाजसेवी संस्था socially point India Ministry of Corporate Affairs के द्वारा नेशनल अचीवर्स अवार्ड बेस्ट साइकोलॉजिस्ट और बेस्ट स्पेशल एजुकेटर और सामाजिक कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ के सम्मान से नवाजा गया। भिलाई दुर्ग छत्तीसगढ़ की रहने वाली श्रीमती मोनिका साहू एक कुशल मनोवैज्ञानिक के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं इससे पहले भी.. इससे पहले भी श्रीमती मोनिका साहू को कई अलग-अलग सम्मान समाहरो में सम्मानित किया जा चुका है, भूतपूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा भी उन्हे बेस्ट एंटरप्रेन्योर ऑफ़ द ईयर 2023 से सम्मनित किया गया है ।
श्रीमती मोनिका साहू मनोवैज्ञानिक के रूप में और विषय शिक्षा के रूप में लगभग 12 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रही हैं, इन्होंने कोरोना कल में टेलीफोन के माध्यम से फ्री में लगभग 850 लोगो की काउंसिलिग किया गया था।
यहां से पहले वह दंतेवाड़ा स्थित सक्षम विशेष बच्चों की विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के विद्यालय में कार्यरत थी, उसके पश्चात उन्होंने अपनी सेवाएं क्रिस्टल हाउस नया रायपुर में अपनी सेवाएं दिया लगभग 3 वर्षों तक अपनी सेवाएं केंद्रीय विद्यालय बीएमआई चरोदा में भी दिया।
बातचीत के दौरान मोनिका साहू जी ने बताया कि उनके पास अक्सर डिप्रेशन स्ट्रेस एंजायटी रिलेशनशिप की समस्या परिवार में सामंजस्य की समस्या को लेकर लोग आते हैं जिनका समाधान एक कुशल सलाहकार मनोवैज्ञानिक के रूप में उन्होंने हमेशा दिया।
बातचीत के दौरान उन्होंने सभी पलकों से और बच्चों से एक अपील की है की परीक्षाओं का दौर शुरू हो रहा है ।
*कृपया घर का एक उचित माहौल बनाकर रखें बच्चों को ज्यादा स्ट्रेस ना देवे।
*प्रत्येक बच्चे की क्षमता अलग-अलग होती है एक ही स्केल पर ना आंके।
*बच्चों से मिलिए उनके साथ बैठ करके बात कीजिए उनसे उनकी समस्या पूछिए और मिलकर समाधान निकालिए और ऐसी कोई समस्या नहीं है होती जिसका समाधान नहीं होता।
*इस समय बच्चों पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है बच्चों के साथ मिलकर के उनका टाइम टेबल बनाइए।
*जल्दी रात को सोने और सुबह जल्दी उठकर पढ़ने की आदत बनाए।
पूरे अच्छे तरीके से कम से कम 6 से 7 घंटे की नींद एक स्टूडेंट के लिए बहुत जरूरी है।
*अब यह समय रिवीजन टाइम का है अब तक आपने साल भर जो भी तैयारी की जो भी पढ़ाई किया अपने बनाए हुए नोटिस के अनुसार रिवीजन स्टार्ट कर देना चाहिए।
*साथ ही साथ अपने खान-पान की उचित देखभाल करना चाहिए फलों का उपयोग ज्यादा करे।
* पानी पीते रहे। 40 min से 60 min तक के लिए पढ़ने बैठे उसके बाद 10 min का ब्रेक ले।
*हर और जीत हार परीक्षा के दो परिणाम होते हैं एक परीक्षा में हर आपका भविष्य निश्चित नहीं करता।
अभी भी बहुत समय है एक बार पूरे जोश के साथ अपने परीक्षा की तैयारी में जुड़ जाए अपना पूरा 100 परसेंट दीजिए।
परीक्षा से पहले
*एक लक्ष्य ज़रूर चुनें
*हमेशा नियमित आत्म परीक्षण दें
*हमेशा मन को शांत रखें
*परीक्षा के आखिरी दिनों में रिविज़न के लिए टाइम बचा कर रखें
*टाइम टेबल बनाएं
*क्लास डिस्कशन में भाग लें
*पढ़ाई करते समय बीच में थोड़ा सा विश्राम करें
*किसी की भी सहायता लेते समय शर्माएं नहीं
*पढ़ाई करने से पहले उसका टाइम टेबल बनाएं
*पढ़ाई को बोझ ना बनाएं
*अभ्यास समूह में करने की कोशिश करें।
पढ़ाई करते समय ऐसे कभी ना बैठें…….
*लेटकर कभी न पढ़ें।
*शोर-शराबे वाली जगह पर पढ़ाई करने से बचें।
*पढ़ते समय पैर न हिलाएं।
*कई काम एक साथ न करें।
*विषय रटने के बजाये समझने पर ध्यान लगाएं।
*अपने नोट्स बनाकर विषय को पढ़ें।
अंत में इतना ही कहना चाहूंगी कि अपने टाइम टेबल में योग मेडिटेशन म्यूजिक और खेल को सही मात्रा में उचित स्थान देंगे, परीक्षा के समय यह आपको तनाव से लड़ने की शक्ति देगा।
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