रेट्रोफिट टू ट्विन पिट अभियान, बढ़ावा देने स्वच्छता दौड़ आयोजित
दुर्ग / स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में स्वच्छता दौड़ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से स्वच्छ भारत मिशन राज्य संचालक संजय अग्रवाल भी उपस्थित थे। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को स्वच्छता का संदेश दिया। श्री अग्रवाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में फिकल स्लज का जितना सुरक्षित ट्रीटमेंट करेंगे इतना ही स्वच्छता के क्षेत्र में अपना योगदान दे पाएंगे। इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन ने भी अपने विचार साझा किए।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत आज विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से अधिकारी/कर्मचारियों ने साथ में “स्वच्छता दौड” लगाकर “रेट्रोफिट टू ट्विनपिट अभियान” की शुरूआत की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य स्व प्रेरणा से एक गड्ढे वाले शौचालय को दो गड्ढे वाले शौचालय में परिणित करने के साथ-साथ सेप्टिक टैंक से निकलने वाले गंदगी को रोकने के लिए सेप्टिक टैंकों में सोख पिट का निर्माण कराना है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों फिकल स्लज (मल का कीचड़) का सुरक्षित निपटान हो ताजी बिमारियों से लोगों को बचाया जा सके एवं ओ.डी.एफ. स्थायित्व को बनाए रखने के साथ ही ओ.डी.एफ. प्लस ग्राम/ग्राम पंचायत बनाना है।
कमिश्नर दुर्ग ने जल संसाधन विभाग के उपअभियंता को किया निलंबित
-मटियादर्री एनीकट संचालन में लापरवाही बरतने का मामला
दुर्ग / दुर्ग कमिश्नर महादेव कांवरे ने राजनांदगांव जिले के जल संसाधन विभाग के उपअभियंता सुश्री किरण रामटेके को शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया है। निलंबन की यह कार्रवाई कलेक्टर राजनांदगांव की प्रतिवेदन के आधार पर की गई है, जिसमें डोंगरगांव विकासखण्ड अंतर्गत मटियादर्री एनीकट के संचालन में उपअभियंता द्वारा बरती गई लापरवाही के चलते एनीकट को नुकसान होने के साथ ही 20 किसानों की फसल की क्षति और जमीन कटाव का उल्लेख किया गया है। उपअभियंता सुश्री रामटेके का निलंबन अवधि में मुख्यालय कार्यपालन अभियंता कार्यालय, जल संसाधन संभाग राजनांदगांव निर्धारित किया गया है।
गौरतलब है कि राजनांदगांव कलेक्टर डोमन सिंह ने कमिश्नर दुर्ग को प्रेषित अपने प्रतिवेदन में उल्लेख किया है कि डोंगरगांव विकासखण्ड के अंतर्गत मटियादर्री एनीकट कम काजवे का निर्माण वर्ष 2015 कराया गया था। इसकी लम्बाई 173 मी एवं ऊंचाई 2.5 मीटर है। एनीवार से भूजल स्तर में वृद्धि के साथ निस्तारी एवं किसान स्वयं के साधन से खरीफ एवं रबी फसल हेतु सिंचाई करते हैं। एनीकट के अपस्ट्रीम में इटेकवेल का निर्माण 2 वर्ष पूर्व लोक स्वास्थ्य यात्रिकी विभाग द्वारा डोंगरगाव के पेयजल की आपूर्ति हेतु किया गया है, इससे डोंगरगांव नगर के पेयजल की आपूर्ति की जाती है।
12 सितम्बर 2022 को भारी वर्षा होने से कैचमेंट का पानी एवं मोगरा बैराज से छोड़ा गया पानी को मिलाकर कुल 85,400 क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा था, जिससे बाढ़ की स्थिति निर्मित होने से एनीकट का बांया तट आऊट फ्लैकिंग हो गया। एनीकट का बाडीवॉल सुरक्षित है। आऊट फ्लैकिंग होने से कृषकों की लगभग 5-6 एकड़ फसल खराब हो गई एवं जमीन का कटाव हो गया। तहसीलदार, डोंगरगाव से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार ग्राम मटिया के 20 कृपकों की फसल क्षति एवं जमीन का कटाव हो गया। एनीकट का संचालन प्रारंभिक रूप से उपअभियंता द्वारा किया जाता है।
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