छत्तीसगढ़

शिक्षा जगत से एक शिक्षक की कलम से..

अभिषेक महोबे अध्यक्ष प्रदेश शिक्षक सेवी कल्याण संघ पलारी

पलारी संघ की शुरूआत सन 1996से हुई उस समय हम सभी अविभाजित मध्यप्रदेश के शिक्षाकर्मी हुआ करते थे उसके उपरांत सन 2000 में अलग छत्तीसगढ़ बनने पर हम छत्तीसगढ़ के शिक्षाकर्मी कहलाये हमारा इतिहास प्रारम्भ से ही संघर्षों से भरा रहा शिक्षाकर्मियों की धरना प्रदर्शन,भूख हड़ताल, खुनी हस्ताक्षर, मौन रैली, सदबुद्धि यज्ञ, जल सत्याग्रह, जेल भरो आंदोलन , निलंबन, बर्खास्तगी की एक अलग ही दास्ताँन है।

लगातार संघर्ष करते हुए हमने शिक्षाकर्मी संविलियन के लिए अभियान चलाया तब जाकर नियमित शिक्षक का दर्जा हम सबको प्राप्त हुआ आज हम सभी के संघर्षो के परिणाम स्वरूप कोषालय से नियमित सम्मान जनक वेतन प्राप्त हो रहा है और इस मुकाम पर पहुँचे है पलारी संघ ने भी संघर्षों में अपना योगदान दिया और आज भी सभी के हितार्थ संघर्षरत है ।

संघर्षों के दौरान अचानक वैश्विक महामारी कोरोना ने सारे दुनिया को हिला के रख दिया इस विकट घड़ी मे हम सभी ने मिलकर कोरोना पीड़ितों के सेवा के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सामाग्री उपलब्ध कराया शिक्षक संघ ने पहल करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलारी में आक्सीजन सिलेंडर,सेनेटाइजर,ऑक्सी मीटर आदि अनेक उपकरण के साथ खाद्य पदार्थ मुहैया कराया जिसमे हम सभी ने आपस मे राशि इकट्ठा किया था।

शिक्षक संघ पलारी आज भी समय समय पर स्वच्छता पखवाड़ा, स्वास्थ्य पखवाड़ा, वृक्षारोपण अभियान,जल बचाव अभियान कार्यक्रम चला रहा है पलारी मे शिक्षक कल्याण निधि का गठन किया गया है जो सक्रिय है जिसमे हम सभी शिक्षक आपस मे राशि इकट्ठा करके बैंक में रखते है और किसी भी शिक्षक-शिक्षिका के आकस्मिक निधन पर 50 हजार रुपये की राशि दिवंगत साथी के परिजनों को दी जाती है ।

साथ ही पलारी विकास खण्ड में हम सबका अपना शिक्षक सदन भी बना हुआ है अंत मे मै इतना ही कहना चाहूंगा पलारी विकास खण्ड के प्रत्येक शिक्षक-शिक्षिका एवम उनके परिवार के हित के लिए और सुखद मजबूत भविष्य हेतु हमारा संघ अनवरत कार्य करता रहा है और जीवन पर्यंत करता रहेगा।
प्रदेश शिक्षक सेवी कल्याण संघ पलारी

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