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निर्माणाधीन व्यावसायिक और आवासीय भवनों में निगम अधिकारी नियमित करेंगे निरीक्षण…

दुर्ग / व्यावसायिक भवनों के लिए और आवास के लिए नक्शे के अनुरूप निगम द्वारा स्वीकृति दी जाती है। इसमें निर्माणाधीन चरण में ही ज्यादा से ज्यादा मानिटरिंग हों तो नियमों की अवहेलना की आशंका बहुत कम हो जाएगी। इसके लिए जितने आवासीय और व्यावसायिक भवन के निर्माण की अनुमति दी गई है उनमें निगम के नियमों के मुताबिक निर्माण कार्य हो रहें हैं या नहीं, इसकी मानिटरिंग के लिए निर्देश दिये गये हैं।

आज समीक्षा बैठक में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने इस बात की नियमित मानिटरिंग के लिए अधिकारियों को कहा। कलेक्टर ने कहा कि इस बात की समीक्षा की जाएगी कि निगम अधिकारियों ने कितने आवेदनों पर यह निरीक्षण कार्य किया और इनकी रिपोर्ट्स की समीक्षा भी होगी। आज समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, भिलाई निगम आयुक्त रोहित व्यास, जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन एवं सहायक कलेक्टर लक्ष्मण तिवारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

अतिक्रमण पर कार्रवाई जारी रहे ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर लगे अंकुश- कलेक्टर ने सड़कों की नियमित मानिटरिंग तथा अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई जारी रखने कहा। उन्होंने कहा कि सड़कों के आसपास अतिक्रमण, व्यावसायिक सामग्री रखने से, कबाड़ डाल देने सड़क का दायरा सीमित हो जाता है और इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। निगम अमला लगातार इस पर कार्रवाई करते रहे।

साथ ही बिना अनुमति लगाई गई प्रचार सामग्री पर संपत्ति विरुपण की कार्रवाई भी होते रहे। बाजारों को व्यवस्थित करना एवं इनमें पार्किंग, शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर प्राथमिकता से कार्य करें। मार्केट खुलने के अनुरूप सफाई का बनेगा शेड्यूल- कलेक्टर ने निगम अधिकारियों को मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों से बातचीत कर इनसे फीडबैक लेने और सामूहिक भागीदारी से बाजार के विकास के लिए कार्य करने कहा था।

निगम अधिकारियों ने बताया कि मार्केट एसोसिएशन चाहता है कि बाजार के खुलने के समय के मुताबिक सफाई व्यवस्था को रिशेड्यूल किया जाए। इस पर कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने बाजार को व्यवस्थित किये जाने अब तक किये गये कार्य की जानकारी भी ली। साप्ताहिक आधार पर होता रहे पानी का सैंपल परीक्षण- कलेक्टर ने कहा कि डायरिया जैसी बीमारियों को नियंत्रित रखने बहुत जरूरी है कि साप्ताहिक आधार पर पानी का सैंपल परीक्षण होता रहे।

जहां पर सैंपल में पानी अमानक आता है तो तुरंत ठीक करने की दिशा में कार्रवाई करें। साथ ही उन्होंने साफसफाई की विशेष व्यवस्था भी रखने और डेंगू-मलेरिया आदि की रोकथाम के लिए की गई व्यवस्था की भी नियमित मानिटरिंग के निर्देश दिये। शहरी गौठानों में भी साहीवाल और गिर प्रजाति के पशु रखे जाएंगे- कलेक्टर ने कहा कि शहरी गौठानों में भी ग्रामीण गौठानों की तरह ही आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। शहरी गौठानों में साहीवाल और गिर नस्ल की गायें ग्रामीण क्षेत्र के गौठानों की तरह ही रखें ताकि गौठान से जुड़े समूहों की आय में वृद्धि हो सके।

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