भारत ने चीन पर साधा निशाना, कहा- खूंखार आतंकियों को ब्लैक लिस्ट करने से रोकना ‘बेहद खेदजनक’…
न्यूयॉर्क. भारत ने चीन की अध्यक्षता में हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में बीजिंग पर ही निशाना साधते हुए कहा कि यह ‘बेहद खेदजनक’ है कि दुनिया के कुछ सबसे खूंखार आतंकवादियों को ब्लैक लिस्ट में डालने के वास्तविक व साक्ष्य आधारित प्रस्तावों को ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है.
भारत ने कहा कि इस तरह के ‘दोहरे मानदंडों’ ने सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध व्यवस्था की विश्वसनीयता को ‘सर्वकालिक निम्न स्तर’ पर पहुंचा दिया है. उल्लेखनीय है कि इस साल जून में सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य और पाकिस्तान के करीबी सहयोगी चीन ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत सूचीबद्ध करने के भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को बाधित किया था.
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने मंगलवार को कहा कि आतंकवादियों को सूचीबद्ध करने के अनुरोध को बिना स्पष्टीकरण दिए लंबित रखने या बाधित करने की प्रवृत्ति खत्म होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रतिबंध समितियों के प्रभावी कामकाज के लिए उन्हें अधिक पारदर्शी,
जवाबदेह और निष्पक्ष बनाने की आवश्यकता है. बिना किसी औचित्य के सूचीबद्ध अनुरोधों पर रोक लगाने और उन्हें बाधित करने की प्रवृत्ति समाप्त होनी चाहिए. कंबोज ने कहा कि यह ‘बेहद खेदजनक’ है कि दुनिया के कुछ सबसे खूंखार आतंकवादियों को ब्लैक लिस्ट में डालने के वास्तविक,
व साक्ष्य आधारित प्रस्तावों को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश हो रही हैं. उन्होंने सुरक्षा परिषद की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह खड़े किये. भारत ने संयुक्त राष्ट्र में उम्मीद जताई है कि जब अतंरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की बात आएगी तब सुरक्षा परिषद के सभी देश एक सुर में बोलेंगे.
आपको बता दें कि अमेरिका ने मक्की को प्रतिबंधित आतंकवादियों की सूची में डाल रखा है. वह लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख और 26/11 मुंबई आतंकी हमले के सरगना हाफिज सईद का संबंधी है. हालांकि पाकिस्तान की आतंकियों को पनाह देने की नीति में अब उसका साथ चीन भी दे रहा है. चीन हर बार भारत के प्रयासों पर अड़ंगा लगा देता है.
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