छत्तीसगढ़भिलाई

भीषण गर्मी में भी अडिग उत्पादन: भिलाई इस्पात संयंत्र की कर्मठता का अद्वितीय उदाहरण…

जब देश के अधिकांश भागों में लोग भीषण गर्मी से बचने के उपाय कर रहे हैं, तब सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र का कार्यबल देश की औद्योगिक रीढ़ को मजबूती देने में निरंतर जुटा हुआ है। चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच संयंत्र का चौबीसों घंटे सातों दिन संचालन, कर्मचारियों की संकल्पशक्ति के साथ-साथ संयंत्र प्रबंधन द्वारा की गई दूरदर्शी और संवेदनशील व्यवस्थाओं के कारण ही संभव हो पा रहा है।

भिलाई की गर्मी किसी परीक्षा से कम नहीं। ऐसे कठोर मौसम में भी संयंत्र उच्च गुणवत्ता का इस्पात उत्पादन करता है, जो देश के बुनियादी ढांचे के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। यह कार्य केवल मशीनों से नहीं, बल्कि समर्पित मानवबल और उनको राहत देने वाली व्यवस्थाओं के सहयोग से निरंतर संभव हो पाता है।

भिलाई इस्पात संयंत्र का प्रबंधन न केवल गर्मी की चुनौती को समझता है, बल्कि उसे हल करने हेतु समयबद्ध और प्रभावी कदम भी उठाता रहा है। कार्यस्थलों पर बनाए गए विश्राम कक्ष, उच्च क्षमता के ब्लोअर, छायायुक्त शेड और जगह-जगह रखे गए ठंडे पानी के मटके कर्मचारियों को राहत प्रदान करते हैं।

क्रेन के वातानुकूलित केबिन, एसएमएस-3 में डेनिम जैकेट और ब्लास्ट फर्नेस में फेस शील्ड जैसी व्यवस्थाएं यह दर्शाती हैं कि संयंत्र सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य और कल्याण, संयंत्र की ग्रीष्मकालीन रणनीति के मूल सिद्धांत हैं। नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, कैंटीन में संतुलित भोजन (जैसे प्याज मिश्रित सलाद जो शरीर का तापमान नियंत्रित करने में मदद करता है) और शीतल पेयजल की उपलब्धता, प्रबंधन की मानवीय सोच को उजागर करती हैं।

कोक ओवन विभाग में नींबू पानी या भीगे हुए गमछों की सुविधा, पारंपरिक उपायों और व्यवहारिकता के बीच संतुलन का सुंदर उदाहरण हैं। पर्यावरणीय उपायों ने भी संयंत्र की ताप-नियंत्रण नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संयंत्र परिसर के 30 किलोमीटर क्षेत्र में फैले हरित आच्छादन, चाहे वह विभागों के समीप लगे वृक्ष हों, संपर्क मार्गों पर बनी हरियाली हो या ओएचपी और रोज गार्डन जैसे उद्यान, न केवल सौंदर्यवर्धन करते हैं, बल्कि तापमान को भी नियंत्रित करते हैं। स्प्रिंकलर, फव्वारे और छोटे जलस्रोत कार्यस्थलों को ठंडा और सौम्य बनाए रखते हैं।

इन भौतिक एवं पर्यावरणीय प्रयासों से परे, संयंत्र एक सामूहिक भावना को भी पोषित करता है, एकता और कर्तव्यबोध की भावना। कार्यपालक अधिकारी हों, कार्मिक हो, संविदा कर्मचारी या प्रशिक्षु, हर स्तर के कर्मियों में देशसेवा का भाव समाहित है, जो संयंत्र की नेतृत्व-शैली और कार्य-संस्कृति का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में इस्पात का निर्माण मात्र एक औद्योगिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय सेवा है। तपती गर्मी में भिलाई की दोपहरों में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र जिस धैर्य, समर्पण और सामूहिकता का परिचय देता है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।

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