सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्राम डूमरडीह में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के सहयोग से ‘गोदना शिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन 27 नवम्बर 2024 को मुख्य महाप्रबंधक (एमडब्ल्यूआरएम) एम के गोयल के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन) राजीव कुमार विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के प्रबंधक सी एस केहरी, उप प्रबंधक (सीएसआर) कमलकांत वर्मा, ग्राम पंचायत डूमरडीह की सरपंच श्रीमती चक्षुप्रभा सहित प्रशिक्षु महिलाएं एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे। समारोह में प्रशिक्षु महिलाओं को गोदना हस्तशिल्प कला का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक (एमडब्ल्यूआरएम) एम के गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने से न केवल उन्हें व्यक्तिगत रूप से लाभ होता है बल्कि सामाजिक प्रगति और आर्थिक विकास भी होता है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए महिला शिक्षा पर विशेष जोर दिया।
छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड से संयोजन प्रमुख सी एस केहरी ने प्रशिक्षण शिविर आयोजन के उददेश्य को रेखांकित करते हुए गोदना हस्तशिल्प कला से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। उप प्रबंधक (सीएसआर) कमलकांत वर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि सशक्त महिलाएँ खुशहाल परिवारों के पोषण और सामाजिक और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत तीन महीने की अवधि तक 30 प्रशिक्षु महिलाओं को 3,000 रुपये मासिक स्टाइपेड (मानदेय) भी प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन सीएसआर विभाग के छत्रपाल देशलहरा द्वारा तथा संयोजन बुधेलाल द्वारा किया गया।
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