सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सीएसआर पहल के तहत 14 अक्टूबर को ग्राम पाउवारा में, ग्राम पंचायत पाउवारा के महिला समूह को सेनेटरी पैड बनाने वाली मशीन के हस्तांतरण हेतु एक कार्यक्रम आयोजित की गई। जिसमें बीएसपी सीएसआर ने महिला सशक्तिकरण के लिए, ग्राम पाउवारा के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मेसर्स सुलभ इंटरनेशनल सेंटर फॉर एक्शन सोशियोलॉजी एंड सोशियोलॉजी फॉर सैनिटेशन नई दिल्ली के सहयोग से एक सेनेटरी पैड बनाने की मशीन उपलब्ध कराई। यह कार्यक्रम, मुख्य महाप्रबन्धक (टीएसडी एवं सीएसआर) उत्पल दत्ता के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कृषि सभापति (जनपद पंचायत दुर्ग) राकेश हिरवानी, सरपंच (पाउवारा) वामन साहू, श्रीमती रूमा दत्ता, महासचिव (भिलाई महिला समाज) श्रीमती साधना गोयल, सहसचिव (भिलाई महिला समाज) श्रीमती सोनाली रथ, वाइस प्रेसिडेंट (सुलभ इंटरनेशनल) सुश्री सोनम मिश्रा और वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे उपस्थित थे।
08 जून 2018 को आयोजित”7.0 एमटीपीए आधुनिकीकरण-सह-विस्तार के अंतर्गत संशोधित विन्यास” परियोजना हेतु जन सुनवाई के अनुरूप अंतिम रूप दी गई योजनाओं में हितधारकों द्वारा पेयजल के लिए बुनियादी सुविधाएं जैसे पाइपलाइन, सौर ऊर्जा संचालित पंप, बोरवेल, सड़कें, कक्षाओं का निर्माण, चारदीवारी आदि सहित स्वच्छता सुविधाएं जैसे शौचालयों का निर्माण, महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड बनाने की मशीन उपलब्ध कराना, वृक्षारोपण आदि मांगों को संबोधित किया गया। उपरोक्त सीईआर प्रतिबद्धता के अनुसार, बीएसपी को महिला सशक्तिकरण के लिए ग्राम पाउवारा के स्वयं सहायता समूह को एक सेनेटरी पैड बनाने की मशीन उपलब्ध कराई गई।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबन्धक (टीएसडी एवं सीएसआर) उत्पल दत्ता ने अपने सारगर्भित भाषण के माध्यम से महिलाओं को प्रोत्साहित किया। उन्होंने ग्राम पंचायत पाउवारा के महिला समूह को सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन के संदर्भ में किसी भी प्रकार की सहायता हेतु बीएसपी सीएसआर के उपलब्ध होने का आश्वासन दिया।
सेनेट्री पैड मशीन के लग जाने से न केवल स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के क्षेत्र में कार्य होगा, बल्कि महिला सशक्तिकरण के तहत, महिलाएं आत्मनिर्भर होकर भी कार्य कर सकेंगी। ग्रामीण महिलायें (स्वयं सहायता समूह) सेनेटरी नैपकिन मशीन से, सेनेटरी बैंक के कच्चे माल का उपयोग करके कम लागत वाले सेनेटरी पैड का उत्पादन कर सकेंगी।
स्कूली बच्चों/महिलाओं के लिए बनाए गए पैड की कीमत लगभग 2 रुपये होगी और इसे महिला स्वयं सहायता समूह/स्कूल से कभी भी प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए स्वचालित सेनेटरी नैपकिन वन डाई मशीन, यूवी स्टेरिलाइज़र, हल्के स्टील से बना कच्चा माल रोल स्टैंड, नैपकिन के लिए कच्चा माल, सेनेटरी नैपकिन पैकेट और सीलिंग मशीन प्रदान किया गया।
विशेष अतिथियों ने भी अपना उद्बोधन दिया, जिसमें उन्होंने महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता के साथ स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर विचार व्यक्त कर ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित किया। प्रारम्भ में वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। कार्यक्रम का संचालन उप प्रबंधक (सीएसआर) के के वर्मा ने किया। कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे एवं उप प्रबंधक (सीएसआर) के के वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
ज्ञात हो कि बीएसपी के सीएसआर पहल के अंतर्गत, सुलभ द्वारा “ऑटोमैटिक सेनेटरी नैपकिन वन डाई मशीन” प्रदान की गई है। मेसर्स सुलभ इंटरनेशनल सेंटर फॉर एक्शन सोशियोलॉजी (एसआईएसएएसएस) द्वारा, ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में मासिक धर्म स्वच्छता शिक्षा और पर्याप्त स्वच्छता सुविधाओं में सुधार के लिए, अपने सीएसआर पहल के तहत बड़े कॉर्पोरेट के साथ मिलकर ‘गौरव’ कार्यक्रम शुरु किया है। इस कार्यक्रम के तहत (एसआईसीएएस), ग्रामीण महिला (स्वयं सहायता समूह) को सेनेटरी नैपकिन मशीन भी प्रदान करता है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति और आत्मनिर्भरता के सर्वांगीण विकास में मदद मिल सके।
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