भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा भारत सरकार के ‘स्वच्छता ही सेवा-2024’ अभियान के तहत, बीएसपी के संयंत्र परिसर, टाउनशिप एवं बीएसपी के अन्य विभागों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवायें विभाग (टीएसडी) के उद्यानिकी अनुभाग द्वारा, 21 सितंबर 2024 को सेक्टर-8 के भिलाई महिला महाविद्यालय के सामने वाले मैदान में वृक्षारोपण किया गया। यह पौधारोपण कार्यक्रम “एक पेड़ माँ के नाम” के अंतर्गत, बीएसपी के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता, मुख्य महाप्रबन्धक (टीएसडी एवं सीएसआर) उत्पल दत्ता ने की।
इस अवसर पर, मुख्य महाप्रबंधक (एचआर-एल एंड डी,बीई) श्रीमती निशा सोनी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ कौशलेन्द्र ठाकुर, मुख्य महाप्रबन्धक (टीएसडी एवं सीएसआर) उत्पल दत्ता, महाप्रबन्धक (सीएसआर) शिवराजन नायर, महाप्रबंधक (शिक्षा) श्रीमती शिखा दुबे तथा महाप्रबंधक (टीएसडी) विष्णु पाठक मंचासीन थे।
यह कार्यक्रम स्वच्छता जागरूकता में सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देने हेतु आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने भिलाई विद्यालय के लगभग 50 एनसीसी कैडेट्स बच्चों, शिक्षकों, टीएसडी, शिक्षा और सीएसआर विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर पौधों का रोपण किया। इस कार्यक्रम के तहत, 400 से भी अधिक फलदार, छायादार और औषधीय गुणों वाले पौधों का रोपण किया गया। जिसमें आम, सीताफल, कटहल, आंवला, नीम, गुलमोहर, अमलताश, इमली, अमरुद, जामुन, शिशु तारस, पीपल, सिन्दूर के पौधे आदि शामिल है।
विदित हो कि भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के उद्यानिकी अनुभाग द्वारा लक्षित 50,000 वृक्षों में से विगत वर्ष 41,000 वृक्ष लगाये गए थे एवं वर्तमान वर्ष में 10,000 से भी अधिक वृक्ष लगाये जा रहे हैं। साथ ही इस वर्ष संयंत्र के सीएसआर विभाग द्वारा 50 हजार पौधे लगाये जाने का लक्ष्य रखा है।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी बच्चों को इस अभियान की सफलता के लिए शुभकामनायें देते हुए पवन कुमार ने उपस्थित जनों से विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे पक्षियों और संरक्षित जीवों को बढ़ावा देने हेतु वृक्षारोपण कर पर्यावरण सुरक्षा के लिए आग्रह किया। उन्होंने पेड़ों की तुलना घर से की और कहा कि पेड़ पशु-पक्षियों का घर होता है।
उन्होंने हमारे जीवन में पेड़ों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जितने अधिक पेड़ होंगे, उतनी अधिक हरियाली होगी और वातावरण में भी ठंडकता होगी, साथ ही हमें विभिन्न प्रकार के फल-फूल भी पेड़ों से ही प्राप्त होते हैं। पेड़ का एक प्राकृतिक स्वभाव है कि वे हमें एक ओर जहाँ जीवन देते हैं, वहीँ प्रकृति का संतुलन भी बनाये रखते हैं।
श्रीमती निशा सोनी ने अपने सारगर्भित शब्दों में कहा कि हमारे माता – पिता जब भिलाई आये थे, तो यहाँ बंजर ज़मीन हुआ करती थी, किन्तु बदलते परिवेश के साथ और हमारी पुरानी पीढ़ियों के प्रयास से आज भिलाई में पेड़ों की एक हरी परत दिखाई पड़ती है और चारों ओर केवल हरियाली ही नज़र आती है।
हमारे पूर्वजो की दूरदर्शिता की वजह से ही, भिलाई एक बंजर स्थान से आज हरियाली से आच्छादित स्थान बन सका है, और आज भिलाई चारों ओर से हराभरा दिखाई देता है। उन्होंने “एक पेड़ माँ के नाम” कार्यक्रम की सार्थकता और उसकी महत्ता बताते हुए कहा कि यह हम सभी के ह्रदय के करीब है, क्योंकि इसमें माँ का नाम आता है। ऐसे अभियानों को आगे बढ़ाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में महाप्रबंधक (जनसम्पर्क) प्रशांत तिवारी, महाप्रबंधक (उद्यानिकी) डॉ एन के जैन, उप महाप्रबंधक (टीएसडी) डी सी सिंह, सहायक महाप्रबंधक (सिविल) अनिल सिंह, सहायक महाप्रबंधक (सिविल) कम्मरुद्दीन, सहायक महाप्रबंधक (टीएसडी) पूरनलाल साहू, सहायक महाप्रबंधक (एचआर/टीएसडी) सुश्री जी एम वी पद्मिनी कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक (टीएसडी) वी के भोंदेकर, वरिष्ठ प्रबंधक (टीएसडी) ई के लहरी, वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामड़े, कनिष्ठ प्रबंधक (टीएसडी) मनीष तिवारी सहित मृदुल गुप्ता, मनीष शुक्ला, श्रवण कुमार साहू, सुश्री वंदना सोनवानी, शिक्षा विभाग से उप-प्रबंधक (शिक्षा) अशोक सिंह, विजय पवार, श्रीमती सुनीता सरकार, श्रीमती रूबी बेमन रॉय भी उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में उद्यानिकी विभाग के शंकर अग्रवाल, राजेश शर्मा, गफ्फार खान, आरिफ खान, संदीप नायडू, ललित कुमार, चन्द्रकिरण ठाकुर, योगेश चंद्राकर, चन्द्रमणि चंद्राकर, खीरु प्रसाद का विशेष योगदान रहा।
सर्वप्रथम उद्यानिकी विभाग के महाप्रबंधक डॉ एन के जैन एवं मृदुल गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों एवं एन.सी.सी. के बच्चों द्वारा उपस्थित अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया गया। “एक पेड़ माँ के नाम” कार्यक्रम, पर्यावरण के प्रति हमारे कर्तव्यों की संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्वच्छ परिवेश बनाए रखने के महत्व को उजागर करती है।
विशेष रूप से हमारी अगली पीढ़ी यानी विभिन्न छात्र इस अभियान के साथ जुड़कर स्वच्छता के सन्देश को आमजनों तक पहुँचाने में प्रोत्साहित करेंगे। इस पूरे कार्यक्रम का समन्वयन एवं धन्यवाद ज्ञापन, महाप्रबंधक (उद्यानिकी) डॉ एन के जैन द्वारा किया गया। जबकि कार्यक्रम का संचालन सुप्रियो सेन ने किया।
उल्लेखनीय है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के 02 अक्टूबर 2024 तक चल रहे “स्वच्छता ही सेवा-2024” अभियान के तहत, हर दिन स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सक्रिय सामुदायिक भागीदारी की आवश्यकता के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा स्वच्छ राष्ट्र के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक गतिशीलता और प्रत्येक नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु यह अभियान चलाया जा रहा है।
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