सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के इंस्ट्रूमेंटेशन विभाग ने संयंत्र के सभी चिन्हित गैस जोखिम वाले क्षेत्रों में उन्नत ऑनलाइन एम्बिएंट कोक ओवन गैस मॉनिटर सिस्टम की स्थापना के लिए योजना और प्रोजेक्ट असाइनमेंट की शुरूआत कर संयंत्र में सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। परियोजना असाइनमेंट EDD को दिया गया है और खरीद प्रक्रिया MM-IPM विभाग द्वारा शुरू की गई है।
इस क्रम में आपूर्ति, निर्माण, परीक्षण, कमीशनिंग के साथ-साथ 03 (तीन) साल की सीएमसी 460 (CMC 460) प्रणाली को भिलाई इस्पात संयंत्र के सभी महत्वपूर्ण शॉप और लोकेशन में स्थापित किया जाएगा। विभिन्न इकाइयों में हूटर, फ्लैशर, हिस्ट्री रिकॉर्डर और अन्य सहायक उपकरण के साथ सीओ मॉनिटर लगाए जाएंगे।
साथ ही प्रत्येक सीओ मॉनिटर के लिए स्थानीय ऑडियो/विजुअल अलार्म जनरेशन भी इस परियोजना के अंतर्गत किया जाएगा। केंद्रीकृत मॉनिटरिंग लोकल ऑडियो/विजुअल अलार्म जनरेशन की ऑनलाइन मॉनिटरिंग करके प्रक्रिया में समस्या की खोज करने में मदद करेगी, साथ ही आसपास के कामगारों को सावधानी बरतने के लिए सचेत करेगी, जिससे सुरक्षा में वृद्धि होगी।
नए सिस्टम की कमीशनिंग का शुभारंभ (भूमिपूजन) मुख्य अतिथि, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) असित साहा द्वारा कोक ओवन इंस्ट्रूमेंटेशन साइट प्रयोगशाला में किया गया। भूमिपूजन कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सीओसीसीडी) तरुण करनार, मुख्य महाप्रबंधक (ईएमडी) राकेश जोशी, महाप्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन) बी मधु पिल्लई, कार्यकारी मुख्य महाप्रबंधक (एसईडी) एस के अग्रवाल, महाप्रबंधक प्रभारी (पीएलईएम) एम वी बाबू, महाप्रबंधक (ए एंड डी) उदय भगत, महाप्रबंधक प्रभारी (सीओसीसीडी) एस रॉय चौधरी, महाप्रबंधक (आई एंड डब्ल्यू) एएम डैनी समेत अन्य महाप्रबंधकगण, उप महाप्रबंधकगण, अनुभाग प्रभारी, वरिष्ठ अधिकारीगण व इंस्ट्रूमेंटेशन, कोक ओवन और सीसीडी, एसईडी, ईएमडी, ए एंड डी, ईडीडी, बीएफ, एसपी विभागों और मेसर्स एआईसीपीएल, कोटा के कर्मचारीगण भी उपस्थित थे।
मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) असित साहा ने परियोजना और प्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि, प्रारम्भ होने के बाद यह प्रोजेक्ट, समय की मांग के अनुसार, सुरक्षा में एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा और मॉनिटरिंग प्रणाली में वृद्धि के साथ स्वचालन के माध्यम से संयंत्र के प्रदर्शन, सुरक्षा और क्षमता में उपयोगी सिद्ध होगा।
महाप्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन) बी मधु पिल्लई ने प्रस्तावित परियोजना के लाभ, उपयोग और सीओ मॉनिटरिंग प्रणाली के महत्व के बारे में जानकारी दी। मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सीओसीसीडी) तरुण करनार ने प्रोसेस सेफ्टी के महत्व पर श्रोताओं को संबोधित किया और कोक ओवन विभाग को परियोजनाओं की शुरुआत हेतु धन्यवाद दिया।
महाप्रबंधक (आई एंड डब्ल्यू) एवं परियोजना प्रबंधक एएम डैनी ने परियोजना की मुख्य विशेषताओं से अवगत कराया एवं कहा कि प्रस्तावित परियोजना के अंतर्गत सभी पुराने और अप्रचलित सीओ मॉनिटरों को बदला जाएगा। उन्होंने परियोजना में शामिल सभी संबंधित विभागों को समर्थन हेतु धन्यवाद दिया। महाप्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन) एवं प्रभारी (कोक ओवन अनुभाग) राकेश वर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा उप महाप्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन) श्रीमती सिम्मी गोस्वामी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात संयंत्र का इंस्ट्रूमेंटेशन विभाग, सभी इकाइयों में ऑनलाइन गैस डिटेक्शन और विश्लेषक प्रणाली का रखरखाव करता है। संयंत्र में उत्पादित विभिन्न प्रकार की गैस जैसे कोक ओवन गैस (सीओ गैस), ब्लास्ट फर्नेस गैस (बीएफ गैस), एलडी गैस और मिश्रित गैस आदि उत्सर्जित होती हैं।
ये गैस सभी हानिकारक और खतरनाक हैं। बीएसपी के कई गैस प्रवण स्थानों पर, ऑनलाइन परिवेशी सीओ मॉनिटर पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं, जिन्हें अपग्रेड करने के साथ-साथ सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने के लिए उत्पाद जीवन चक्र के अंत के बाद पूर्ण प्रतिस्थापन की भी आवश्यकता है और पूरे संयंत्र में हमारे आंतरिक ग्राहकों से सीओ मॉनिटर की कुछ नई आवश्यकताएं हैं।
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