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Sukhbir Singh Badal: आधे पंजाब में केंद्र का शासन हो गया है, BSF का अधिकार बढ़ाने पर मोदी सरकार को घेरा

Sukhbir Singh Badal. शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष और फिरोजपुर से लोकसभा सांसद सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के फैसले पर केंद्र की आलोचना की और इसे सेना के शासन की तरह बताया. केंद्र द्वारा लिए गए इस फैसले के लिए बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने ही इसकी इजाजत दी.

शिअद प्रमुख ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह (पंजाब में बीएसएफ के संचालन क्षेत्राधिकार का विस्तार) सेना के शासन की तरह है. अब आधा पंजाब केंद्र के अधीन है. बीएसएफ सीमावर्ती क्षेत्रों के पास दरबार साहिब और वाल्मीकि मंदिर में ना सिर्फ प्रवेश कर सकती है, बल्कि किसी को भी गिरफ्तार कर सकती है. इसके लिए मुख्यमंत्री दोषी हैं. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की और मंजूरी दी.”

प्रकाश सिंह बादल ने भी केंद्र पर साधा था निशाना
दो दिन पहले 15 अक्टूबर को शिरोमणि अकाली दल के वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल ने भी राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियों का आह्वान किया था कि वे बीएसएफ को सौंप कर ‘पंजाब को पिछले दरवाजे से केंद्र शासित प्रदेश बनाने’ के केंद्र के कदम के खिलाफ ‘एकजुट होकर लड़ाई’ लड़ें. उन्होंने दावा किया था कि पहले से ही ‘खतरे का सामना कर रहा’ देश का संघीय ढांचा और कमजोर होगा और राज्य सरकारों का दर्जा नगर निगम का रह जाएगा.

बादल ने केंद्र के इस कदम को पंजाबियों के सम्मान के लिए गहरा झटका बताया था. बादल ने अपने बयान में कहा था, “अगर हम (राजनीतिक पार्टियां) अल्प हिस्सेदारी के लिए अपनी लड़ाई बंद नहीं करेंगे तो केंद्र हमारी इस कमजोरी का फायदा उठाएग. कल को हमारे पास लोगों की समस्या का समाधान करने के लिए कोई शक्ति नहीं होगी.”

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ)अधिनियम में बदलाव कर पंजाब, असम और पश्चिम बंगाल में बीएसएफ को अंतरराष्ट्रीय सीमा के मौजूदा 15 किलोमीटर के बजाय 50 किलोमीटर के दायरे में तलाशी और गिरफ्तार करने का अधिकार दे दिया है.

 

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