
दुर्ग/बेमेतरा: मौसम बदलने के कारण बेमेतरा जिले में दिनांक 05 जून 2024 को आंधी-तूफान के कारण विद्युत वितरण तंत्र को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। तूफान की भयावहता के कारण बेमेतरा जिला मुख्यालय के सिविल लाइन एवं आसपास के क्षेत्रों में दर्जनों पेड़ विद्युत लाइनों के उपर गिर गए थे एवं सैकड़ों डंगाले विद्युत लाइन के तारों मंे फंस गई थी, जिसके कारण बिजली के खंभे सहित वितरण तंत्र में ब्रेक-डाउन का गहरा असर हुआ था। इस व्यवधान को दूर करने के लिए विद्युत कर्मियों ने दिन-रात एक कर दिया और यथासंभव जल्दी से जल्दी विद्युत आपूर्ति सामान्य कर दी। जिसके कारण रात का अंधेरा गहराने के पहले ही बिजली की रोशनी लौट आई।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों को सुशासन के लिए प्रेरित करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए है कि जनहित से जुड़े विषयों और सेवाओं पर पूरी तत्परता से ध्यान देना है। इसके अनुपालन में विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष श्री पी. दयानंद तथा एम.डी. पारेषण एवं वितरण श्री राजेश कुमार शुक्ला ने मैदानी अमले को विशेष हिदायतें दी है। 05 जून 2024 की प्रथम पहर में बेमेतरा में जब आंधी-तूफान से क्षेत्र के सभी फीडर ट्रिप हो गए तो विद्युत कर्मियों ने तत्काल मोर्चा संभाला।
तेज आंधी-तूफान के कारण ट्रांसफार्मर, डी.पी., 11 के.व्ही. लाइनों एवं एलटी लाइनों के 30 से अधिक खंभे पूरी तरह से टूट गए एवं अनेक स्थानों में बिजली लाइन के तार भी बुरी तरह से टूट गए। विद्युत वितरण तंत्रों में हुई टूटफूट के कारण बेमेतरा षहर की विद्युत आपूर्ति बाधित रही। जनसामान्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में मुस्तैद विद्युत कर्मियों द्वारा जंपर काटकर आइसोलेट किया गया एवं यथासंभव सुरक्षित क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति चंद घंटों में ही बहाल कर दी गई।
प्रभावित क्षेत्रों में भारी पेड़ों की डंगाले काटकर विद्युत तारों को निकाला गया एवं आवष्यकतानुसार नये खंभे गड़ाकर 11 के.व्ही. लाइनों को जल्द ही दुरुस्त किया गया। दुर्ग क्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री एम.जामुलकर ने बताया कि कर्मचारियों की सहायता से अतिरिक्त गैंग बनाकर तथा फ्यूज ऑफ कॉल ठेकेदार से अतिरिक्त गैंग लेकर सीमित समयसीमा में दुरुस्तीकरण की कार्यवाही की गयी। जोन के सहायक यंत्री, कनिष्ठ यंत्री अपने साथ एक-एक तकनीकी कर्मचारी को लेकर अलग-अलग लाइनों में विद्युत व्यवधान को दूर किया गया। ज्यादातर उपभोक्ताओं को 2 घंटे में राहत मिल गई थी, वहीं बड़े फॉल्ट को भी रात्रि 8 बजे तक ठीक कर दिया गया। तूफान की भारी तबाही से प्रभावित विद्युत आपूर्ति बहाल करने में लगे विद्युत कर्मियों को बेमेतरा वासियों द्वारा बेहद संयमित रहकर सहयोग किया गया, जिसके कारण इस आंधी-तूफान में हुए भारी तबाही के कार्य को बेहद व्यवस्थित एवं सुरक्षित तरीके से पूर्ण किया जा सका।
आपदा प्रबंधन में विद्युत कर्मियों को सहयोग करने की अपील –
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत पारेषण तथा वितरण कंपनी के एम.डी. श्री राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं प्रदेश के ऊर्जा सचिव तथा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष श्री पी. दयानंद द्वारा राज्य मुख्यालय स्तर पर लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। विद्युत कंपनी प्रशासन ने जनता से यह अपील की है कि किसी भी स्थान पर ऐसी परिस्थितियों में धैर्य रखें क्योंकि सुधार तथा आपूर्ति बहाली का कार्य मानवीय श्रम से ही संभव होता है।
विद्युत कंपनी प्रशासन ने आम जनता से निवेदन किया है कि आपदा से निपटने तथा विद्युत आपूर्ति सामान्य करने में विद्युत कर्मियों को सहयोग प्रदान करें। विद्युत संचालन-संधारण की कार्यदशाओं और विपरीत मौसम में होने वाले जोखिम को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए ताकि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कार्य करने के लिए उनका मनोबल बना रहे। विद्युत का पारेषण तथा वितरण तंत्र खुले में रहता है, जिसके कारण इस पर प्राकृतिक आपदा का, तेज आँधी-तूफान, बिजली चमकने-गिरने, बहुत तेज बारिश होने का असर होता है। बिजली के करंट से जनहानि बचाने के लिए ऑटोमेटिक ट्रिपिंग की व्यवस्था भी होती है इसलिए ऐसे समय में विद्युत उपभोक्ताओं का धैर्य ही सुधार कार्य करने वालों का संबल होता है।
आचार संहिता हटते ही विद्युत विकास कार्यों में तेजी –
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत पारेषण कंपनी की अत्यंत महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक 400 के.वी. अति उच्चदाब विद्युत उपकेंद्र कुरूद से 220 के.वी. फीडर बे को आज प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला द्वारा चार्ज कर दिया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा अधोसंरचना विस्तार के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए है, जिसके तहत प्रदेश के सचिव ऊर्जा तथा अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य ऊर्जा कंपनियां श्री पी. दयानंद के मार्गदर्शन में आज यह प्रगति दर्ज की गई।
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष श्री पी. दयानंद ने इस उपलब्धि के लिए विद्युत पारेषण कंपनी को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि विगत वर्षों में स्वीकृत तथा लंबित परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जाए। जिन क्षेत्रों में समस्याएं है उनके प्रस्ताव भी बनाए जाएं। विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए कदम तेजी से उठाए जाएं।
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के पश्चात छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों के कार्यों में तेजी लाने का असर दिखने लगा है। 400 के.वी. कुरूद उपकेंद्र को मिलाकर प्रदेश में इस उच्च दाब क्षमता के 4 उपकेंद्र है जो खेदामारा, रायता, तथा परचनपाल में स्थित है। 400 के.वी. उपकेंद्र कुरूद से 220 के.वी. क्षमता के 6 फीडर बे निकाले जाने है, जिनमें से 2 राजिम के लिए, 2 गुरूर के लिए तथा 2 पाटन के लिए है।
इनमें से पाटन के दोनों फीडर बे के निर्माण तथा उन्हें चार्ज करने का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। आज 220 के.वी. फीडर बे तथा 20 किलोमीटर लंबी डबल सर्किट 220 के.वी. पाटन लाइन को चार्ज किया गया। इससे पाटन स्थित 220 के.वी. उपकेंद्र को प्रारंभ करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस एक कार्य की लागत लगभग 6 करोड़ रुपये है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत पारेषण कंपनियों के कार्यपालक निदेशकगण श्री राजेश चंद्र अग्रवाल, श्री एम.एस. चौहान, मुख्य अभियंतागण श्री डी.के. तुली, श्री जी. आनंदराव, श्री अविनाश सोनेकर, अतिरिक्त मुख्य अभियंतागण श्रीमती चंद्रकला गिडवानी, श्री ईश्वर सिंह कंवर, अधीक्षण अभियंतागण श्री वी.ए. देशमुख, श्री मनोज राय, श्री प्रसन्न गोसावी तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
पॉवर कंपनी के एजीएम श्री मिश्रा की तस्वीर का इस्तेमाल कर भ्रमित करने की कोशिश –
रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के अतिरिक्त महाप्रबंधक (जनसंपर्क) श्री उमेश कुमार मिश्रा की सोशलमीडिया फोटो का इस्तेमाल कर उनके मित्रों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे जा रहे हैं। अज्ञात व्यक्ति व्दारा सोशल मीडिया में श्री मिश्रा की प्रोफाइल फोटो (डीपी) लगाकर धोखाधड़ी की आशंका है। श्री मिश्रा ने इससे सावधान रहने और भ्रमित नहीं होने की अपील की है।
श्री मिश्रा ने कहा कि ऐसे किसी तरह के मैसेज प्राप्त हो तो उसमें प्रतिक्रिया ना दें। ऐसे फर्जी व्यक्तियों से सावधान रहे धोखाधड़ी हो सकती है। इस संबंध में साइबर पुलिस को भी समुचित कार्रवाई करने के लिए सूचित किया गया है
209 गांवों, सहित 80,000 उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ –
दुर्ग। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा विद्युत अधोसंरचना विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देशों के अनुरूप छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों के कार्यों में तेजी दिखाई पड़ने लगी है, जिसके तहत आज पाटन जिला दुर्ग में 220/132 के.वी. विद्युत उपकेंद्र तथा 160 एम.वी.ए. का ट्रांसफार्मर प्रबंध निदेशक, पारेषण कंपनी श्री राजेश कुमार शुक्ला द्वारा ऊर्जीकृत किया गया। प्रदेश के ऊर्जा सचिव तथा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष श्री पी. दयानंद ने इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए अन्य कार्यों को भी अतिशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए है।
पाटन में इस अति उच्चदाब विद्युत उपकेंद्र के ऊर्जीकृत होने से धमतरी, दुर्ग तथा रायपुर जिलों के विद्युत उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। इस उपकेंद्र से नवनिर्मित 132/33 के.वी. उपकेंद्र अमलेश्वर को विद्युत सप्लाई दी जाएगी एवं भविष्य में 132/33 के.वी. उपकेंद्र अंडा, जामगांव, अर्जुनी, भखारा, भिलाई, रूआबांधा एवं 220/132 के.वी. उपकेंद्र डोमा को भी विद्युत प्रदाय किया जाएगा। इस उपकेंद्र के बनने से इस क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ होगी एवं विद्युत व्यवधान में कमी आएगी।
यह अत्यंत महत्वपूर्ण उपकेंद्र होगा। यहाँ से 12 नग फीडर निकलेंगे जो कि रायपुर, भिलाई, दुर्ग, धमतरी जिलों को सुविधा प्रदान करेंगे। इस विद्युत उपकेंद्र के ऊर्जीकृत होने से 209 गांवों, 2 नगर पंचायतों, 2 नगरपालिका निगमों के लगभग 80,000 विद्युत उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति का लाभ मिलेगा। इस कार्य की लागत 58 करोड़ रुपये से अधिक है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत पारेषण कंपनी के कार्यपालक निदेशकगण श्री के.एस. मनोटिया, श्री राजेश चंद्र अग्रवाल, श्री एम.एस. चौहान, मुख्य अभियंतागण श्री डी.के. तुली, श्री जी. आनंदराव, श्री अविनाश सोनेकर, श्री ए.के. अंबस्थ, श्री आर.एम. जामुलकर, अतिरिक्त मुख्य अभियंतागण श्रीमती चंद्रकला गिडवानी, श्री वी.के. दीक्षित, अधीक्षण अभियंतागण श्री पी पी सिंह एस.के. लखेरा, श्री मनोज राय तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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