महासमुंद जिले में पुलिस की मुस्तैदी का आलम ही बहुत अलग है इसका सबसे बड़ा उदाहरण सिटी कोतवाली महासमुंद में देखने को मिलता है। माह अप्रैल में महासमुंद निवासी स्व मुरलीधर आगाशे जी की मृत्यु बिटी आई रोड पर गाय से टकरा जाने के कारण हो गई, जिनके कार्यक्रम उपरांत उनके पुत्र उदित आगाशे ने दुर्घटना में प्रयुक्त वाहन क्रमांक CG 06 GD 8999 को दिनांक 16/06/2023 को सिटी कोतवाली महासमुंद में स्वयं जाकर सुपुर्द किया।
तदुपरांत उसे छुड़ाने न्यायालय में याचिका प्रस्तुत कर उसका सुपुर्दनामा दिनांक 29/11/2023 को प्राप्त कर उसी दिन थाना कोतवाली को आदेश की प्रति प्रस्तुत किया लेकिन आज पर्यंत उक्त वाहन जो मृतक के पुत्र लिगेंद्र आगाशे के नाम पर रजिस्टर है उसका पता नही लगा है। थाना कोतवाली में संपर्क साधने पर कोतवाली स्टाफ का कहना है गाड़ी पार्किंग यार्ड में नही दिखा रही है शायद चोरी हो गई। वही बात करे थाने के मॉल मुंशी की तो उनका कहना है मैने कुछ दिन पहले ही चार्ज लिया है आपकी गाड़ी का रिकार्ड जब्ती रजिस्टर में उल्लेख नहीं है।
मजे की बात यह है की गाड़ी जब्त करने वाला विवेचना अधिकारी वर्तमान मालमुंशी ही है थाना प्रभारी से मिलने पर उनके द्वारा कहा गया तत्कालीन मालमूंशी पर कार्यवाही की जाएगी पर इन सब गोलमोल बातों में नुकसान हितग्राही का है। इन सब में न्यायालय के आदेश का भी कुछ नही हो रहा। हितग्राही को बार बार यह कहा जा रहा है की सीसी टीवी देखकर चोर का पता लगाएंगे। जबकि सोचनीय विषय यह है की अगर थाने से चोरी हुई है तो एफ आई आर किसके विरुद्ध किया जाए यह प्रश्न चिन्ह है।
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