कन्हैया जिग्नेश कांग्रेस में शामिल
क्या सुष्मिता देव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद की कमी पूरी कर पाएंगे
नई दिल्ली – जे.एन.यू. में छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने आज राहुल गांधी की उपस्थिति में नई दिल्ली में कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कांग्रेस में शामिल होने के बाद दोनो युवा नेताओं ने प्रेस कान्फ्रेंस की।
कांग्रेस नहीं बची, तो देश नहीं बचेगा – कन्हैया
कन्हैया कुमार ने कहा, ‘मुझे महसूस होता है कि इस देश में कुछ लोग, वो सिर्फ लोग नहीं है, वो एक सोच है. देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मुल्य इतिहास, वर्तमान व भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने कहीं पढ़ा था कि आप अपने दुश्मन का चुनाव कीजिए, दोस्त अपने आप बन जाएंगे. तो मैंने चुनाव किया है. लोकतांत्रिक पार्टी में हम इसलिए शामिल होना चाहते हैं क्योंकि अब लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बचा तो देश नहीं बचेगा.’
उन्होंने कहा कि आज इस देश को भगत सिंह के साहस की जरूरत है. अंबेडकर की समानता की जरूरत है और गांधी की एकता की जरूरत है.
नागपूर व दिल्ली से नफरत फैलायी जा रही है – जिग्नेश
गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि जो कहानी गुजरात से शुरू हुई, उसने 6-7 साल में जो उत्पात मचाया है, वो आप सबके सामने है. हमारे संविधान पर हमला है. हमारे आइडिया ऑफ इंडिया पर हमला है. लोकतंत्र पर हमला है. उन्होंने कहा कि नफरत सोची-समझी साजिश के तहत नागपुर और दिल्ली से फैला रहे हैं कुछ भी करके इस मुल्क के संविधान, लोकतंत्र और आइडिया ऑफ इंडिया को बचाना है और इसके लिए मुझे उसके साथ खड़ा होना है जिसने अंग्रेजों को खदेड़ कर दिखाया है. इसलिए मैं आज कांग्रेस के साथ खड़ा हूं.
दो युवा नेताओं के कांग्रेस में शामिल कराए जाने से पहले राहुल गांधी शहीद भगत सिंह पार्क में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कन्हैया के लंबे वक्त से कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अब जाकर आधिकारिक तौर पर ये ज्वाइनिंग हो रही है. कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी के स्वागत के लिए दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के दफ्तर के बाहर पोस्टर भी लगाए गए।
आपको बता दें कि कन्हैया कुमार लेफ्ट पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और हार भी चुके हैं. वहीं अगर जिग्नेश मेवाणी की बात करें तो वो गुजरात से निर्दलीय विधायक हैं.
भाजपा ने क्या कहा
भारतीय जनता पार्टी ने कन्हैया और जिग्नेश की एंट्री के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा कि सर्जिकल स्ट्राइक की एनिवर्सिरी पर कांग्रेस ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ वाले कांग्रेस कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी को स्वीकार कर रही है. ये कोई संयोग नहीं है, भारत के करने वालों के साथ हाथ मिलाना कांग्रेस की आदत है.
कांग्रेस के लिए कितने फायदेमंद होंगे कन्हैया और जिग्नेश
पहले कांग्रेस के कई धुरंधर नेताओं ने पार्टी का हाथ छोड़ दिया है। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की चीफ रहीं सुष्मिता देव ने हाल ही में ‘हाथ’ छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया है। उससे पहले यूपी में प्रमुख ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले जितिन प्रसाद ने भी कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी को अपना लिया था। वहीं राहुल गांधी के बेहद करीबी और दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। इन युवा नेताओं के साथ छोड़ने से कांग्रेस में राहुल की टीम कमजोर हो गई है।
मौजूदा समय में भी कई ऐसे नेता हैं कांग्रेस पार्टी में जो नाराज चल रहे हैं, इन सबके बीच कन्हैया और जिग्नेश का पार्टी में आना कितना फायदेमंद होता है, ये देखना दिलचस्प होगा। माना यही जा रहा है कि दोनोंं नेताओं की प्राथमिकता युवाओं को कांग्रेस से जोड़ने और राहुल को मोदी के विकल्प के तौर पर प्रस्तुत करने की होगी।