Ocular Hypertension: दिल नहीं, आंखों से जुड़ी समस्या है ऑक्युलर हाइपरटेंशन, आसान हैं बचाव के तरीके
Ocular Hypertension Causes: हाइपरटेंशन को दिल की समस्या माना जाता है, लेकिन ऑक्युलर हाइपरटेंशन आंखों से जुडी समस्या है. हमारी आंखों के फ्रंट एरिया में फ्लूइड होता है. जब यह फ्लुइड्स पूरी तरह से ड्रेन नहीं होता है, तो यह आंखों में बिल्ड-अप हो सकता है. इसके कारण आंखों में सामान्य से अधिक प्रेशर होने को ऑक्युलर हाइपरटेंशन कहा जाता है.
ऑक्युलर हाइपरटेंशन में ऑप्टिक नर्व सामान्य दिखती है और इसमें विजन लॉस के कोई संकेत नहीं होते हैं. यह समस्या आंखों की अन्य समस्याओं जैसे ग्लूकोमा का कारण बन सकती है. आंखों की नियमित जांच जरूरी है ताकि आंखों में प्रेशर की जांच की जा सके. आइए जानें ऑक्युलर हाइपरटेंशन के कारण क्या हैं. इस रोग से बचाव के बारे में भी जान लीजिए.
ऑक्युलर हाइपरटेंशन के कारण
रिपोर्ट के अनुसार हमारी आंखों में फ्लूइड होता है, जिसे एक्वोइस ह्यूमर कहा जाता है. यह इस एरिया में टिश्यूज को नरिश करने और आपकी आंख को अपना आकार बनाए रखने में मदद करने के लिए काम करता है. हमारी आंखें लगातार एक्वोइस ह्यूमर को प्रोड्यूज करती हैं, इसलिए यह ड्रेन भी होती है.
यह ड्रेनेज आंखों के एक एरिया में होती है, जिसे ड्रेनेज एंगल कहा जाता है. यह ड्रेनेज सिस्टम एक्वोइस ह्यूमर के बिल्डअप को रोककर आंखों के दबाव को सही बनाए रखने में मदद करती है. जब एक्वोइस ह्यूमर पूरी तरह से नहीं ड्रेन हो पाता, तो इससे आंखों में प्रेशर बढ़ता है, जो ऑक्युलर हाइपरटेंशन की समस्या का कारण बन सकता है.
ऑक्युलर हाइपरटेंशन से बचाव कैसे संभव है?
जानकारी के मुताबित ऑक्युलर हाइपरटेंशन से बचाव संभव नहीं है, लेकिन नियमित डॉक्टर से अपनी आंखों की जांच करा कर आप ग्लूकोमा के विकास से बचा जा सकता है. हाई आई प्रेशर को कंट्रोल करने और आई हेल्थ को सही रखने के लिए इन टिप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है. हेल्दी आहार का सेवन करें. आंखों के लिए सही एक्सरसाइज करें. कैफीन का सेवन करने से बचें. डॉक्टर की सलाह का पालन करें और बताई दवाइयों का सेवन करें.
संपूर्ण खबरों के लिए क्लिक करे