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छत्तीसगढ़ की छोटी-छोटी पर महत्वपूर्ण जानकारी…पढ़े पूरी खबर…

नीट यूजी एवं आईआईटी की कोचिंग के लिए हर 15 दिन में होंगे निशुल्क मॉक टेस्ट, आईआईटी जोन इंस्टीट्यूट द्वारा कराया जाएगा मॉक टेस्ट, कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने दिए निर्देश…

दुर्ग / प्रयास आवासीय विद्यालय के प्रतियोगी छात्र छात्रा अधिकतम संख्या में नीट यूजी एवं आईआईटी जैसी प्रवेश परीक्षाओं में चयनित हो सके इसके लिए जिला प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मॉक टेस्ट आयोजित कराने के निर्देश दिए हैं।

यह मॉक टेस्ट हर 15 दिन में आयोजित किए जाएंगे। मॉक टेस्ट का आयोजन आईआईटी जोन संस्था द्वारा किया जाएगा।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए दुर्ग आयुक्त लक्ष्मण तिवारी ने बताया कि प्रयास आवासीय विद्यालय से अधिकतम संख्या में विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा में चयनित हो सके। इसके लिए कोचिंग के साथ ही मॉक टेस्ट की व्यवस्था भी की गई है।

मॉक टेस्ट के माध्यम से प्रतियोगियों को परीक्षा में आने वाले प्रश्नों की प्रकृति के संबंध में अधिक जानकारी होती है तथा इससे उन्हें तैयारी करने के लिए विशेष दिशा प्राप्त हो जाती है। मॉक टेस्ट के माध्यम से वे अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं। हर 15 दिन में आयोजित होने वाले टेस्ट के माध्यम से प्रतियोगी छात्र छात्रा अपनी तैयारी की दिशा का आकलन कर सकते हैं तथा इससे वे रणनीति बेहतर कर सकते हैं।

सोनकर समाज के लोगों ने बनाये 14 स्कूल, शिक्षा के क्षेत्र में ही मेहनत करने से होता है विकास, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुम्हारी में आयोजित सोनकर समाज के युवक युवती कार्यक्रम में कहा…

दुर्ग / मैंने देखा है कि सोनकर समाज का बसेरा शहरों के किनारे के गांवों में होता है। रायपुर की बात करें तो सुंदर नगर से लाखे नगर तक बहुत से खेत थे जिसमें सोनकर समाज के लोगों ने बाड़ी लगाई थी। शहर का विस्तार होना था तो यह तो होना ही था कि इनके मालिक जमीनों को बेच देते। बात यह है कि इन पैसों का किस तरह इस्तेमाल किया जाए।

यह खुशी की बात है कि सोनकर समाज ने इसे शिक्षा में निवेश किया। जिस जगह बाड़ी थी, उस जगह इमारतें भी हैं और समाज का स्कूल भी है। सोनकर समाज के शिक्षा के प्रति किये गये कार्यों की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात कही। उन्होंने यह बात कुम्हारी में आयोजित सोनकर समाज के युवक युवती परिचय सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि सोनकर समाज के लोगों ने 14 स्कूल बनवाये, शिक्षा के क्षेत्र में इतनी रुचि बताती है कि समाज प्रगतिशील है और प्रगति में शिक्षा के मूल्य को समझता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा संपत्ति का असल उपयोग सिखाती है। शिक्षित व्यक्ति ही उसे सकारात्मक दिशा में खर्च कर सकता है और भविष्य को भी मजबूत कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वर्गीय बिन्नी बाई सोनकर के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि रायपुर की नगर माता बिन्नी बाई ने समाज के कल्याण के लिए अपनी जीवन भर की पूंजी अर्पित की। यह दानशीलता की बड़ी मिसाल है। उन्होंने अपने पूरे जीवन भर की कमाई एक साथ जनहित के लिए अर्पित कर दी।

आप लोग सौभाग्यशाली हैं कि आपके समाज ने ऐसी विभूतियां दी हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सोनकर समाज की दानशीलता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आप लोग मूलतः कृषि से जुड़े हुए समुदाय हैं। इस वक्त हमारा सबसे बड़ा दायित्व पैरादान को प्रोत्साहित करने का है। आप लोग सभी जानते हैं कि पराली जलाने से प्रदूषण फैलता है।

दिल्ली में कोरोना काल में आक्सीजन की जरूरत काफी पड़ी क्योंकि प्रदूषण की वजह से अधिकांश लोगों के फेफड़े कमजोर पड़ गये थे। मैं अभी दिल्ली गया था वहां देखा कि प्रदूषण और कोहरे की वजह से पास की चीजें भी देखनी कठिन थीं। हमें अपनी हवा को बचाना है मिट्टी को बचाना है। पराली जलाने पर मिट्टी के पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं।

आप सभी पैरादान कीजिए। कुम्हारी में समाज के भवन के लिए मुख्यमंत्री ने 23 लाख रुपए की घोषणा भी की। इस मौके पर सामाज के अध्यक्ष शारदा प्रसाद सोनकर, नगर पालिका अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर एवं अन्य सामाज के पदाधिकारी गण मौजूद थे।

अब ड्राइविंग लाइसेंस नवीनीकरण हुआ आसान, आधार से लिंक कर घर बैठे करवाए

दुर्ग / ड्रायविंग लाइसेंस की वैधता समाप्त हो चुकी है या होने वाली है तो आप इसको रिन्यू करवा सकते हैं। इसके लिए एक ही राज्य में आप किसी भी जिले से ड्रायविंग लाइसेंस को रिन्यू करवा सकते हैं। अन्य राज्यों के ड्रायविंग लाइसेंस को रिन्यू कराने के लिए आपकों एनओसी की जरूरत होती है। ड्राइविंग लाइसेंस को रिन्यू करवाने के लिए बहुत ही आसान प्रोसेस है।

परिवहन विभाग के वेबसाइट www.parivahan.gov.in पर ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन अप्लाई करना होगा। यदि उम्र 40 वर्ष से अधिक है तो उम्मीदवार को मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना होगा, इस हेतु परिवहन विभाग द्वारा अधिकृत किसी भी डाक्टर से आनलाइन मेडिकल बनवा सकते हैं।

इसके बाद परिवहन कार्यालय में फोटो और हस्ताक्षर के लिए जाएंगे और यदि आप फोटो हेतु भी परिवहन कार्यालय नहीं जाना चाहते है तो आप आधार नंबर को ड्रायविंग लाइसेंस से इंटीग्रेट कर लिजिए, आधार से इंटिग्रेट करते ही आपके आधार में पंजीकृत मोबाइल नंबर में ओटीपी आएगा। इसके बाद आपके ड्राइविंग लाइसेंस अपु्रवल हेतु आर टी ओ के पास चला जाएगा। अपु्रवल होते ही आपका लायसेंस डिजिटल माध्यमों के जरिए उसी दिन अपडेट कर दिया जाएगा और ड्राइविंग लाइसेंस स्पीड पोस्ट के माध्यम से आपके दिये गये पते में चला जाएगा।

संभाग स्तरीय ओलंपिक खेलों का आयोजन 13 और 14 दिसंबर को भिलाई विद्यालय सेक्टर 2 में,  संभागायुक्त महादेव कांवरे ने अधिकारियों को दिये तैयारी के निर्देश, 3500 खिलाड़ी लेंगे हिस्सा…

दुर्ग/ संभाग स्तरीय ओलंपिक खेलों का आयोजन 13 और 14 दिसंबर को भिलाई विद्यालय सेक्टर 2 में होगा। आयोजन की तैयारियों के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक हिंदी भवन में संभागायुक्त महादेव कांवरे ने ली। संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि संभाग स्तरीय ओलंपिक खेलों में लगभग 3500 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।

सभी खिलाड़ियों के रहने एवं खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। इसके साथ ही मोबाइल मेडिकल टीम आदि की तैनाती भी हो जाए। संभागायुक्त ने सभी जिलों के जिला पंचायत सीईओ के साथ ही खेल और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से उन्हें सौंपे दायित्वों के संबंध में चर्चा की। अधिकारियों ने विस्तार से अपनी तैयारियों की जानकारी दी।

संभागायुक्त ने कहा कि खेलों के दौरान मेडिकल इंतजाम बहुत जरूरी हैं। चूंकि इन खेलों में सभी आयु वर्ग के लोग हिस्सेदारी करेंगे अतएव मेडिकल टीम की पर्याप्त व्यवस्था जरूरी है। मौके पर मोबाइल मेडिकल टीम मौजूद रहे। इसके साथ ही कबड्डी जैसे खेलों के पूर्व मेडिकल टीम सामान्य चिकित्सकीय परीक्षण कर लें।

संभागायुक्त ने भोजन की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि भोजन का समय इस तरह रखा जाए ताकि सभी खिलाड़ी बिना किसी दिक्कत के भोजन कर सकें। इसके साथ ही उन्होंने खेल स्थल पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। चलित टायलेट आदि की सुविधा भी रखने के निर्देश दिये गये। संभागायुक्त ने कहा कि सभी जिलों के खिलाड़ियों के साथ पीटीआई भी रखे जाएं ताकि व्यवस्था बनाये रखने में आसानी हो।

उल्लेखनीय है कि संभागस्तरीय ओलंपिक में 14 तरह के खेल होंगे। युवा महोत्सव का आयोजन होगा 22 एवं 23 दिसंबर- संभागायुक्त ने संभागस्तरीय युवा महोत्सव के आयोजन की तैयारियों के बारे में समीक्षा भी की। इसका आयोजन 22 एवं 23 दिसंबर को होगा। संभागायुक्त ने कहा कि छोटे से कार्यक्रमों के लिए छोटा मंच और बड़े आयोजनों के लिए बड़ा मंच बना दें। इससे सभी प्रतिभागियों को सुविधा होगी।

रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के अभाव में सहायता राशि के लिए क्लेम नहीं कर पा रही महिला, पहुंची जनदर्शन, सी.आर.पी. के पद पर वैक्सीनेशन के लिए कार्य करने वाले सदस्य के 07 महीने का श्रम बकाया… 

दुर्ग / 02 माह पूर्व आवेदक के पति का निधन हो गया है। जिसके पश्चात् आवेदक आसंगठित कर्मकार मृत्यु सहायता योजना के अंतर्गत मिलने वाली 01 लाख रूपए सहायता राशि के लिए प्रतिक्षारत है। क्लेम की राशि श्रम विभाग से लेने के लिए वो जनदर्शन में अपना आवेदन लेकर पहुंची थी।

जिसमें उसने बताया कि उसके पति के श्रमिक कार्ड से संबंधित सभी दस्तावेज उसके द्वारा क्लेम की राशि के लिए श्रम विभाग में जमा कर दिए गए हैं परंतु श्रम कार्ड के साथ जो मोबाइल नंबर लिंक था वर्तमान में वो बंद हो चुका है। जिसके चलते श्रम विभाग ने अभी तक योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाली सहायता राशि प्रदान नहीं की है।

इसलिए आवेदक का निवेदन है कि उसकी आर्थिक हालत को देखते हुए व सकारात्मक पहल करते हुए प्रशासन उसे योजना की राशि दिलवाने में मदद करे। प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए आवेदन को लेबर ऑफिसर के पास प्रेषित किया और इसमें त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। ई-शक्ति नाबार्ड में कार्य करने वाले सदस्य भी परिश्रमिक न मिलने पर कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे थे।

आवेदकगण का कथन था कि वो सभी 02 साल से ई-शक्ति नाबार्ड के माध्यम से इलेक्ट्रॉन डिजिटल इंडिया के सपने को आगे बढ़ाने के लिए लगे हुए थे। परंतु दिसंबर 2020 से अगस्त 2022 तक ई-शक्ति फेस-03 में कार्य करने के पश्चात् भी उन्हें पूर्ण परिश्रमिक प्राप्त नहीं हुआ है। पूर्व में कार्य के लिए किया गया भुगतान अनियमित था।

जिसके चलते इससे जुड़े सदस्यों के जीवन-निर्वाह पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है। इससे जुड़े सभी सदस्य आर्थिक दृष्टिकोण से कमजोर हैं। आवेदन का संज्ञान लेते हुए इसे लीड बैंक मैनेजर की ओर अग्रेषित कर दिया गया और शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

इसके अलावा कोविड-19 महामारी में सी.आर.पी. के पद पर वैक्सीनेशन के लिए कार्य करने वाले सदस्य भी जनदर्शन पहुंचे थे। जिनके कथानानुसार दिनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत उन्हें उनके वैक्सीनेशन कार्य नगर निगम भिलाई के अंतर्गत तय कार्य के आधार पर मानदेय दिया जाता था।

जिसमें सदस्यों का कहना है कि अप्रेल 2021 से मार्च 2022 तक वैक्सीनेशन कार्य के लिए निगम द्वारा मानदेय का नियमित भुगतान किया गया। परंतु अप्रेल 2022 से सितंबर 2022 में किए गए वैक्सीनेशन कार्य का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। जिसके लिए समस्त सी.आर.पी की टीम के द्वारा रष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सी.पी.एम. और लेखा अधिकारी से संपर्क भी किया गया।

परंतु वर्तमान स्थिति तक इसका कोई सार्थक परिणाम नहीं मिल पाया है। आवेदन पर वस्तु स्थिति पर विचार करते हुए संबंधित अधिकारी को पत्र प्रेषित किया गया। जनदर्शन में 70 आवेदन प्राप्त हुए।

अजमेर से छत्तीस घंटे का सफर कर बोरी पहुंची गुर्जरी बकरियां, गौठानों में की गई वितरित, इस खेप में 110 बकरियां, उच्च नस्ल मानी जाती है सिरोही, 16 महीने में 80 किलो का बकरा हो जाता है तैयार

दुर्ग / गौठानों में गिर और साहीवाल नस्ल के गौवंशों के साथ अब उच्च नस्ल की बकरियां भी वितरित की जा रही हैं। अजमेर से सिरोही, कोटा और गुर्जरी नस्ल के बकरे-बकरी लाये गये। 36 घंटे का सफर तय कर बोरी पहुंचे इन मवेशियों को कुछ समय सुस्ताने के बाद इनके गौठानों में पहुंचा दिया गया।

इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के निर्देशानुसार गौठानों को मल्टी एक्टिविटी सेंटर बनाना है और पशुधन के विस्तार के लिए तैयार करना है। गौवंशी मवेशियों के नस्ल सुधार पर काम हो ही रहा था अब बकरीपालन को बढ़ावा देने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए जनपद पंचायत के एडीईओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि सिरोही प्रजाति की बकरियों की खासियत मीट को लेकर है। 16 महीनों में बकरों का वजन 80 किलो तक हो जाता है। प्रेग्नेंसी के बाद साढ़े पांच महीने में एक बेबी का जन्म होता है। फिर उतने ही अंतराल के बाद दो बेबी का जन्म होता है। इन बकरियों के आने के बाद स्थानीय बकरियों के नस्ल सुधार की अच्छी संभावनाएं बनेंगी।

साथ ही गौठानों में आजीविकामूलक गतिविधि बढ़ने से आय का भी विस्तार होगा। उल्लेखनीय है कि धमधा ब्लाक के पथरिया, डोमा, कोडिया, बोरी, नंदिनीखुंदिनी, बिरेभाठ, कपसदा, गोढ़ी, मातारा में इन बकरियों के सेट भेजे गये। उल्लेखनीय है कि इसके साथ ही इन गौठानों में बायोफ्लाक के माध्यम से मत्स्य उत्पादन का कार्य भी आरंभ किया जा रहा है।

इस तरह से पशुपालन के समग्र विकास का लाभ गौठान की स्वसहायता समूह की दीदियां उठा सकेंगी। जब ये बकरियां आईं तो इन्हें देखने का उत्साह था और गौठानों में ग्रामीण देखने आये कि सिरोही और गुर्जरी प्रजाति की बकरियां हमारी स्थानीय बकरियों से किस तरह से अलग दिखती हैं।

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