
रायपुर। मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) अब सभी आरोपियों के बयान का वेरिफिकेशन करेगी। इसके लिए ईडी आरोपियों को आमने-सामने बैठा सकती है। इस तरह कथित लेवी के संबंध में कड़ियां जोड़ने की कोशिश करेगी। सूर्यकांत तिवारी की गिरफ्तारी के बाद अब कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
सूर्यकांत के चाचा हैं लक्ष्मीकांत
जिन तीन आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया गया है, उनमें सूर्यकांत तिवारी के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी भी शामिल हैं, जो पेशे से वकील हैं। जानकारी के मुताबिक लक्ष्मीकांत के घर से कैश और दस्तावेज बरामद हुए हैं। इनमें जमीन खरीदी के इन्वेस्टमेंट के दस्तावेज होने की भी बातें सामने आ रही हैं। इसके अलावा कोल कारोबारी सुनील अग्रवाल के साथ संबंध का भी पुख्ता साक्ष्य जुटाया जाएगा, जिससे मनी लांड्रिंग की पुष्टि हो सके।
जानिए…अब तक क्या हुआ मामले में
ईडी ने सूर्यकांत तिवारी के साथ साथ चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी, ससुर अग्नि चंद्राकर, कोल कारोबारी सुनील अग्रवाल, आईएएस विश्नोई सहित कई ठिकानों पर छापे मारे थे। कोरबा और रायगढ़ कलेक्टोरेट में खनिज शाखा में जांच की है। रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू से पूछताछ की गई है। इसके अलावा रानू के मायके में भी छापेमारी की है। आदिम जाति कल्याण विभाग की अधिकारी माया वरियार के यहां भी जांच की जा चुकी है।
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