बिलासपुर / छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 10वीं की छात्रा की लाश फंदे पर लटकती मिली है। जिस समय यह घटना हुई, तब वह घर में अकेली थी। उसकी मां खेत से शाम को काम कर लौटी तब वह म्यार में फांसी के फंदे पर लटक रही थी। घबराए परिजनों ने उसे फंदे से नीचे उतारा, तब तक उसकी सांसें थम गई थी। घटना सीपत थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार बनियाडीह निवासी रामकुमार यादव खेती-किसानी का काम करता है। उसकी 16 साल की बेटी आशिका यादव ग्राम धनिया स्थित हाईस्कूल में दसवीं कक्षा की छात्रा थी। बीते तीन दिन से आशिका यादव अपने मामा गांव सोंठी में थी। रामकुमार भी अपने ससुराल में ही था।
सुबह लेकर गांव आया था भाई –
आशिका का बड़ा भाई करण यादव 12वीं कक्षा में पढ़ता है। बुधवार की सुबह वह अपनी बहन को लेने के लिए मामा गांव सोंठी गया था। 8 बजे घर पहुंचने के बाद उसकी मां शांति यादव खेत में धान की निंदाई करने चली गई। वहीं, करण भी नहाने और खाने के बाद स्कूल चला गया। इस दौरान आशिका घर में अकेली थी।
खेत से लौटी मां, तब फंदे पर लटकती मिली आशिका –
शांतिबाई यादव शाम करीब 4 बजे खेत से अपने घर पहुंची। दरवाजा खोलकर अंदर जाने के बाद वह बदहवास रह गई। उसकी बेटी आशिका यादव फंदे पर लटक रही थी। उसने आसपास के लोगों को बुलाया।
साथ ही घटना की जानकारी अपने पति रामकुमार को भी दी। उस समय रामकुमार अपने ससुराल में था। घर पहुंचने के बाद परिवार वालों के साथ मिलकर आशिका को फंदे से नीचे उतारा। तब पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है।
आत्महत्या के कारणों का पता नहीं –
इस घटना की जानकारी सीपत पुलिस को दी गई। खबर मिलते ही पुलिस गांव पहुंच गई। पंचनामा के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की। लेकिन, उसके आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि आशिका पढ़ाई में होशियार थी और शांत व सीधी स्वभाव की थी। उसने आत्मघाती कदम क्यों उठाया, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
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