
पटना. पिछले माह बिहार में सत्ता परिवर्तन होने के बाद बीजेपी और जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के बीच शुरू हुआ सियासी घमासान का दौर जारी है. इस क्रम में राज्यसभा सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है.
सोमवार को उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के लिए उनकी पार्टी के दरवाजे ‘स्थायी रूप से बंद’ हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने रंग बदलने में गिरगिट को भी शर्मसार कर दिया है, उनकी कोई विश्वसनीयता बाकी नहीं रह गई है.
नीतीश कुमार के साथ अपनी निकटता के कारण बीजेपी (BJP) में अलग-थलग समझे जाने वाले सुशील मोदी ने एक बयान में दावा किया कि जेडीयू नेता को फिर से अपना रुख बदलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. बता दें कि सुशील मोदी को पांच साल पहले एनडीए में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को दोबारा शामिल करवाने का श्रेय दिया जाता है.
वहीं, नीतीश कुमार ने रविवार को पटना में जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा था कि 2017 में बीजेपी के साथ फिर से गठबंधन करना ‘एक गलती थी’, सुशील मोदी का बयान इसी के बाद आया है. सुशील मोदी ने दावा किया,
कि नीतीश कुमार ने 20 महीने में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ गठबंधन में अपनी सरकार चलाते हुए घुटन महसूस की थी. उन्हें फिर से ऐसा ही महसूस हो सकता है, मगर इस बार बीजेपी उन्हें सहयोगी के रूप में कतई स्वीकार नहीं करेगी, भले ही वो जमीन पर अपनी नाक रगड़ लें. उनके लिए दरवाजे स्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं.
यहां रोचक है कि नीतीश कुमार सुशील मोदी की आलोचना को अक्सर हल्के-फुल्के अंदाज में यह कह कर खारिज कर देते हैं कि जब सुशील जी की उनकी पार्टी में उपेक्षा की जाती है तो मुझे काफी दर्द होता है. हो सकता है मुझ पर हमला करने से उन्हें केंद्रीय नेतृत्व से कुछ इनाम मिल जाए.
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