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पुलिस ने ‘सनकी संत’ को किया गिरफ्तार, शवों की पूजा कर, भक्तों को पिलाता था यूरिन

बैंकॉक : उत्तरीपूर्वी थाईलैंड में पुलिस ने जंगल में रहने वाले सनकी संत को गिरफ्तार किया है। 75 वर्षीय इस बूढ़े आदमी का नाम थावी नागरा है। वह जंगल में खुद का एक पंथ चलाता था, जिसमें उसके अनुयायी लाशों की पूजा करते थे। थावी अपने भक्तों को इलाज के लिए अपना पेशाब तथा कफ पीने को देता था।

जंगल स्थित कैंप में रहता था संत

थावी नागरा जंगल के भीतर कैंप बना कर रहता था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उसके ठिकाने पर छापेमारी की, जहां उन्हें 11 लाशें मिलीं।

इस दौरान पुलिस से उसके अनुयायी भिड़ गए और उसे ले जाने से रोकने की कोशिश की। ऐसा दावा किया जा रहा है कि संत के पास से बरामद हुईं 11 लाशें उसके अनुयायियों की हैं।

ये शव पांच ताबूतों में मिले हैं, जिसमें से एक शिशु और उसकी मां का है। शरीर से निकलने वाले द्रव्य बाहर बह सकें इसके लिए सभी ताबूतों में छेद किए गए थे।

पुलिस से महिला ने की थी शिकायत

थावी नागरा ने अधिकारियों को बताया कि उसके सभी अनुयायी यहां अपनी मर्जी से रह रहे हैं। उसने किसी पर यहां रुकने का दबाव नहीं बनाया।

इस मामले का पता तब चला जब खुन जेनजिरा नाम की महिला ने पुलिस से शिकायत की कि उसकी मां को घर वापस लौटने नहीं दिया जा रहा है।

घर नहीं लौटना चाहती थी महिला

महिला ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मां से मिलने गई थी जहां उसने अपनी मां को संत का कफ अपने चेहरे पर लगाते हुए देखा। उसकी मां संत से बेहद प्रभावित हो गयी थी। जेनजिरा ने बताया कि उसकी मां घर वापस लौटना नहीं चाहती थी। उसकी इच्छा थी कि, उसके मरने के बाद उसका शव वहीं छोड़ दिया जाए।

थावी को नहीं मिली जमानत

फिलहाल थावी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे जमानत नहीं मिली है। थावी को गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारी ने बताया कि थावी के साथ कम से कम एक दर्जन अनुयायी रहते थे।

जब वे वहां पहुंचे तब चारों ओर शवों से भरे ताबूत बिखरे हुए थे। आधुनिक युग में भी ऐसी प्रथाएं चल रही हैं, यह देखकर वह हैरान हो गए।

आत्माओं की पूजा में लोगों का यकीन

थाइलैंड में अधिकांश आबादी बौधधर्म को मानने वाली है लेकिन यहां कई अन्य पंथों के भी अनुयायी रहते हैं। आधिकारिक जनगणना के आंकड़ों के अनुसार लगभग 95% थाई लोग बौद्ध धर्म का पालन करते हैं।

हालाँकि, देश का धार्मिक जीवन इस तरह के आँकड़ों द्वारा चित्रित किए जाने से कहीं अधिक जटिल है। यहां कई लोग आत्माओं की पूजा में यकीन रखते हैं।

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