दुर्ग / दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग के कुलपति डॉ. एन.पी. दक्षिणकर के मार्गदर्शन में पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोरा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन दिनांक 21 से 27 मार्च तक ग्राम पुरई, जिला दुर्ग में महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.एस.के. तिवारी के नेतृत्व एवं डॉ. ए.के. सांतरा गौठान नोडल अधिकारी की उपस्थिति में शुभारंभ किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ.ओसामा कलीम तथा डॉ. रैना दोनोरिया ने बताया कि शिविर में छात्र-छात्राओं द्वारा गांव में कोरोना से बचाव हेतु टीकाकरण कराने के लिए जागरूकता रैली निकाली जावेगी। इस शिविर में विद्यार्थियों द्वारा श्रमदान कर गांव की साफ-सफाई तथा उसका महत्व, वृक्षारोपण एवं मानव स्वास्थ्य परामर्श दिया जावेगा।
इच्छुक ग्रामवासियों को बटेर पालन की जानकारी के साथ बटेर के चूजे भी उपलब्ध कराए जाएंगे। छात्र-छात्राओं द्वारा पशु स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से पशुओं का इलाज एवं रोग प्रतिबंधात्मक टीकाकरण किया जाएगा। यह शिविर विद्यार्थियों को अपने सामाजिक दायित्व को समझने में सहायक सिद्ध होगा।
दिनांक 24 मार्च को स्वास्थ्य शिविर भी एन.एस.एस. के तत्वाधान में प्रस्तावित है, जिसे स्वास्थ्य विभाग, दुर्ग के सहयोग से किया जावेगा। शिविर के उद्घाटन अवसर पर अधिष्ठाता डॉ.एस. के. तिवारी ने एन.एस.एस. के छात्र- छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र की युवा शक्ति के व्यक्तित्व के विकास हेतु।
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है। राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज हित में कार्य करें। इस शिविर में ग्राम पुरई की सरपंच श्रीमती उमा रिगिरी ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व एवं चरित्र विकास के साथ-साथ राष्ट्र सेवा के लिए उन्हें जागरूक करना है।
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