सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के यांत्रिकी सेवा विभाग के तहत, उपकरण निर्माण और संरचनात्मक निरीक्षण (ईबी और एसआई) अनुभाग पूरे संयंत्र में तकनीकी संरचनाओं के स्वास्थ्य की निगरानी करता है। यह तकनीकी इस्पात संरचनाओं, कन्वेयर गैलरी, गैस पाइपलाइन, टैंक, वॉकवे, डक्ट आदि का नियमित निरीक्षण करता है और उपचारात्मक उपाय सुझाता है।
संयंत्र के सौंदर्य में सुधार लाने और महत्वपूर्ण संरचनाओं के जीवन को बढ़ाने के लिए महाप्रबंधक (यांत्रिकी सेवाएँ) आशीष घोष और उपप्रबंधक (यांत्रिकी सेवाएँ) महेश कुमार गुहा के मार्गदर्शन में यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा एक व्यापक अनुबंध संचालित किया जा रहा है।
पिछले दो वर्षों में तत्कालीन मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (अनुरक्षण एवं उपयोगिताएँ) असित साहा और तत्कालीन मुख्य महाप्रबंधक (यांत्रिकी) एस के गजभिये के नेतृत्व में लगभग 7 लाख वर्ग मीटर की तकनीकी संरचनाओं के सभी ऊंचाई और गहराई को कवर करते हुए 19 विभागों में संक्षारण रोधी पेंट किया गया है।
यह कार्य गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन करते हुए किया गया है। यांत्रिकी सेवा विभाग ने स्टील चिमनी निरीक्षण का काम भी किया और संयंत्र के विभिन्न विभागों की 22 चिमनीयों को संक्षारण रोधी पेंट किया, जिससे उनकी सेवा अवधि में काफी सुधार हुआ।
वर्तमान में मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (अनुरक्षण एवं उपयोगिताएँ) बी के बेहरा के कुशल मार्गदर्शन में अगले चक्र (2024-2026) में तकनीकी संरचनाओं, कन्वेयर गैलरी और महत्वपूर्ण गैस पाइपलाइनों की व्यापक पेंटिंग की योजना बनाई गई है। नियमित निरीक्षण, उपचारात्मक उपाय सुझाने और पेंटिंग के माध्यम से महत्वपूर्ण संरचनाओं के स्वास्थ्य को बहाल करने के लिए यांत्रिकी सेवा विभाग कटिबद्ध है तथा यह एक सतत प्रक्रिया है।
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