सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के व्यवसाय उत्कृष्टता विभाग (बीई) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के (एच-1) पहली छमाही प्रदर्शन की समीक्षा पर 27 नवंबर 2024 को महात्मा गांधी कला मंदिर में लार्ज ग्रुप इंटरेक्शन का आयोजन किया। निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) अनिर्बान दासगुप्ता और कार्यपालक निदेशकों ने भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न वर्गों के कार्मिकों को संबोधित किया। उन्हें उनके प्रदर्शन के लिए बधाई दी और उन्हें वर्तमान वित्त वर्ष 2024-25 में आगे भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक प्रभारी (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइंस) बी के गिरी, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ रवींद्रनाथ एम, कार्यपालक निदेशक (प्रचालन) राकेश कुमार और कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (रावघाट) अरुण कुमार सहित मुख्य महाप्रबंधक प्रभारीगण, मुख्य महाप्रबंधकगण,
महाप्रबंधकगण, बीएसपी-ऑफिसर्स एसोसिएशन, डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन, वर्कर्स यूनियन, एससी/एसटी कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारीगण और बड़ी संख्या में बीएसपी-कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली छमाही के दौरान संयंत्र के प्रदर्शन की समीक्षा और भविष्य के लक्ष्यों, चुनौतियों और समाधानों पर चर्चा की गई।
साथ ही पिछले एलजीआई के लक्ष्यों की प्राप्ति, कार्मिक सुविधाओं सम्बंधी विषयों और संयंत्र के अंदर और बाहर सुरक्षा संबंधी अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इस दौरान पहली छमाही में संयंत्र के प्रदर्शन की समीक्षा पर आधारित प्रस्तुतीकरण, विभिन्न विभागों द्वारा दी गईं, जिसके पश्चात बीएसपी कर्मचारियों के साथ प्रस्तुतीकरण पर आधारित इंटरैक्शन सत्र किया गया।
निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) अनिर्बान दासगुप्ता ने अपने संबोधन में कहा, कि हम वित्त वर्ष 2024-25 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपकी अपेक्षाओं और सुझावों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। श्री दासगुप्ता ने कहा ‘सुरक्षा ही सर्वोपरी’ है। उन्होंने कहा, उत्पादन का सबसे महत्वपूर्ण पैरामीटर “सुरक्षा” है, जिसमें उपकरणों की सुरक्षा, हमारी अपनी सुरक्षा और हमारे सहयोगियों की सुरक्षा शामिल है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुशल और त्वरित संचार सबसे महत्वपूर्ण कारक है।
हमारे सुरक्षा अनुपालन में सुधार से न केवल हमारे उत्पादन में सुधार होगा, बल्कि हमारे संयंत्र की उत्पादकता, टेक्नो-इकोनॉमिक्स और लाभप्रदता में भी सुधार होगा। अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि हमें स्थायी भविष्य प्राप्त करने के लिए मेकेनिज्म और इनोवेशन का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने का भी प्रयास करना चाहिए।
एलजीआई सत्र में प्रतिभागियों को भी भाग लेने का अवसर प्रदान किया गया, ताकि वे अपने संबंधित शॉप्स और इकाइयों में प्रदर्शन से संबंधित मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त कर सकें और ऐसे मुद्दों के बारे में वरिष्ठ प्रबंधन से सवाल पूछ सकें और उनका समाधान प्राप्त कर सकें। अनिर्बान दासगुप्ता और उपस्थित कार्यपालक निदेशकों ने उनके प्रश्नों का उत्तर दिया और उनके द्वारा पूछे गए विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा किये।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशकों ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया और बीएसपी बिरादरी को टीम भावना के साथ काम करने और संयंत्र और सम्बन्धित सभी कार्यालयों में सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
सुरक्षा इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रबंधक सुमित कुमार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली छमाही (एच-1) में सुरक्षा प्रशिक्षण, सुरक्षा मापदंडों और सुरक्षा पहलों सहित वर्तमान वित्त वर्ष के विभिन्न योजनाओं पर प्रस्तुति दी।
पीपीसी विभाग के कनिष्ठ प्रबंधक रविकांत बी हटवार ने उत्पादन डेटा, एबीपी पूर्ति, टेक्नोइकोनॉमिक्स और स्थिरता मापदंडों पर प्रस्तुति दी, जिसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में उत्पादन प्रदर्शन और चालू वित्तीय वर्ष के लिए प्रदर्शन पर रणनीतियों और योजनाओं पर प्रकाश डाला गया। वरिष्ठ प्रबंधक (पर्यावरण प्रबंधन) मोहित कुमार ने कार्बन न्यूट्रालिटी प्राप्त करने और ग्रीन स्टील का उत्पादन करने के लिए डीकार्बोनाइजेशन की ओर सेल की यात्रा पर एक प्रस्तुति दी।
प्रबंधक (एफ एंड ए) अलंकार समद्दार और महाप्रबंधक (एफ एंड ए) एच एस गिलहरे ने संयुक्त रूप से वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली छमाही के वित्तीय प्रदर्शन, सेल्स प्रदर्शन, एनएसआर और व्यय विश्लेषण पर एक प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन उप प्रबंधक (एचआर-एल एंड डी) सुश्री सुष्मिता पाटला द्वारा किया गया।
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