दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में डकैती और चोरी के मामलों में लिप्त आरोपियों को पकड़ने में दुर्ग पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस चौकी अंजोरा के तहत दर्ज अपराध संख्या 279/2024 के अनुसार, 8 जून 2024 की रात को पांच नकाबपोश आरोपियों ने दिलीप मिश्रा के घर में घुसकर करीब 35 तोला सोने के गहने, नगदी 26,000 रुपये और अन्य कीमती सामान लूट लिया था। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत ही आरोपियों की तलाश शुरू की।
पुलिस कार्रवाई में मिली बड़ी सफलता
पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग और पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार शुक्ला के मार्गदर्शन में दुर्ग पुलिस ने विशेष टीम गठित कर इस मामले को हल करने की ठानी। पहले चरण में तीन आरोपियों को मध्य प्रदेश के धार जिले से गिरफ्तार किया गया था। वहीं, अब पुलिस ने इस मामले में और माल को ठिकाने लगाने वाले मुख्य आरोपी कपिल जैन और उसके सहयोगी आशीष पटलिया की तलाश शुरू की।
आशीष पटलिया की गिरफ्तारी में पुलिस की रणनीति
सूचना के आधार पर पुलिस ने इंदौर के राजाबाग इलाके में आशीष पटलिया की लोकेशन ट्रैक की। इसके बाद टीम ने स्वयं किरायेदार बनकर इलाके में उसकी तलाश की। इस दौरान आशीष तो फरार हो गया, परंतु उसके सहयोगी राजेन्द्र कटार को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में राजेन्द्र ने बताया कि वह कपिल जैन के लिए चोरी और डकैती के गहनों को गलाकर सिल्ली में बदलता था। पुलिस ने राजेन्द्र के ठिकाने से 60 तोला सोना, 340 ग्राम चांदी, एक गलाने की मशीन और दो तौल मशीनें बरामद की हैं।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस अब भी आशीष पटलिया की तलाश में जुटी हुई है। इसके अलावा, अन्य आरोपियों के ठिकानों पर भी निगरानी रखी जा रही है। इस कार्रवाई में उपुअ हेम प्रकाश नायक और उनकी टीम की अहम भूमिका रही है।
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