
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8 (बीएफ-8) ने परिचालन उत्कृष्टता का एक नया अध्याय लिखते हुए महज 118 दिनों में 1 मिलियन टन (10 लाख टन) हॉट मेटल उत्पादन पूरा करने का अब तक का सबसे तेज़ रिकॉर्ड दर्ज किया है। यह उपलब्धि बीएफ-8 के 126 दिनों के पूर्व रिकॉर्ड को पार करते हुए हासिल की गई, जिससे उत्पादकता के नए मानक स्थापित हुए हैं।
बीएफ-8 की यह उपलब्धि उसके 17 मिलियन टन से 18 मिलियन टन संचयी उत्पादन यात्रा का हिस्सा है, जिसमें इस इकाई ने स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की समकक्ष इकाइयों के बीच प्रदर्शन का मानक लगातार ऊँचा किया है। उल्लेखनीय है कि बीएफ-8, 2 फरवरी 2018 को कमीशनिंग के पश्चात, 18 मिलियन टन हॉट मेटल के संचयी उत्पादन तक पहुँचने वाला अपनी क्षमता का सबसे तेज़ ब्लास्ट फर्नेस बन गया है। यह उपलब्धि 21 जून 2025 को, केवल 2696 दिनों में प्राप्त की गई।
तुलनात्मक रूप से, सेल की अन्य इकाइयों को 18 मिलियन टन उत्पादन को हासिल करने में राउरकेला इस्पात संयंत्र के बीएफ-5 को 2800 दिन और इस्को स्टील प्लांट के बीएफ-5 को 3123 दिन लगे। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के उपलक्ष्य में 23 जून 2025 को ब्लास्ट फर्नेस-8 के केंद्रीय नियंत्रण कक्ष (सीसीआर) में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) तापस दासगुप्ता तथा मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेस) मनोज कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे और बीएफ-8 की संपूर्ण टीम को उनके इस उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए बधाई दी। अपने संबोधन में तापस दासगुप्ता ने टीम को अगले 1 मिलियन टन लक्ष्य को 110 दिनों के भीतर प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया और संयंत्र की निरंतर सुधार, तकनीकी दक्षता और संचालन उत्कृष्टता की संस्कृति को रेखांकित किया।
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