
सेल- भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप-3 (एसएमएस-3) ने मई 2025 के महीने में नया इतिहास रचते हुए मासिक स्टील उत्पादन में सर्वकालिक कीर्तिमान स्थापित किया है। एसएमएस-3 ने 2,013 ब्लो के माध्यम से 3,39,275 टन स्टील का रिकॉर्ड उत्पादन कर जनवरी 2025 में बोकारो स्टील लिमिटेड के एसएमएस-2 द्वारा बनाए गए 3,37,520 टन के पिछले सर्वाधिक उत्पादन को पीछे छोड़ दिया।
उल्लेखनीय है कि इस रिकॉर्ड में 1,23,157 टन का अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक रेल ब्लूम उत्पादन भी शामिल है। साथ ही मई 2025 में ब्लूम हीट्स का कुल उत्पादन 1.35 लाख टन रहा, जो मासिक परिचालन योजना का 121% है। यह उपलब्धि एसएमएस-3 सामूहिक की सशक्त कार्य संस्कृति, समर्पण और नवाचार का जीवंत उदाहरण है।
इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर, कार्यपालक निदेशक (संकार्य) राकेश कुमार के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल एसएमएस-3 शॉप फ्लोर पहुँचा। जिनमें मुख्य महाप्रबंधक (यांत्रिकी) प्रमोद कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (आरईडी) प्रोसेनजीत दास, मुख्य महाप्रबंधक (गुणवत्ता) राहुल श्रीवास्तव, मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-3) त्रिभुवन बैठा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने टीम एसएमएस-3 के सदस्यों से संवाद कर उनके प्रयासों की सराहना की और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (संकार्य) राकेश कुमार ने एसएमएस-3 टीम को सेल के स्टील मेल्टिंग शॉप्स में अग्रणी प्रदर्शन हेतु बधाई दी। उन्होंने कहा कि “निजी क्षेत्र के अग्रणी इस्पात निर्माताओं जैसे टाटा स्टील, जेएसपीएल और जेएसडब्ल्यू के सामने बीएसपी के एसएमएस-3 की परिचालन उत्कृष्टता एक मजबूत उदाहरण पेश करती है।” उन्होंने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लगातार सुधार की आवश्यकता पर भी बल दिया।
मुख्य महाप्रबंधक (यांत्रिकी) प्रमोद कुमार ने कहा कि “व्यक्तिगत प्रयासों से परे जाकर सिस्टम आधारित कार्य संस्कृति ही दीर्घकालिक सफलता की कुंजी है।” उन्होंने एसएमएस-3 को इस प्रकार की टिकाऊ प्रणाली का एक आदर्श उदाहरण बताया। मुख्य महाप्रबंधक (आरईडी) प्रोसेनजीत दास ने विशेष रूप से सिलिकॉन-किल्ड स्टील हीट्स के उत्पादन में टीम द्वारा किए गए लेडल लाइफ मैनेजमेंट की सराहना की, जिसे उन्होंने एक उल्लेखनीय उपलब्धि बताया।
मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-3) त्रिभुवन बैठा ने इस ऐतिहासिक सफलता का श्रेय विभिन्न विभागों के बीच समन्वय और सहयोग को दिया। उन्होंने कहा कि उत्पादन और रखरखाव दोनों ही एक-दूसरे के पूरक हैं और इनकी सामूहिक प्रतिबद्धता ने इस लक्ष्य को साकार किया। उन्होंने यह भी दोहराया कि एसएमएस-3 भविष्य की सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है, और तकनीकी सुधारों एवं रणनीतिक नियोजन के माध्यम से अगले लक्ष्य भी समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएंगे।
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