
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा अपनी निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) योजनाओं के अंतर्गत रावघाट खदान क्षेत्र के युवाओं के लिए आयोजित लाईट मोटर वाहन (एलएमवही) प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दो चरणों में नवा रायपुर स्थित “इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आईडीटीआर)” में आयोजित किया गया।
इस पहल को कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (रावघाट माइंस) अरुण कुमार एवं महाप्रबंधक (रावघाट माइंस) अनुपम बिष्ट के मार्गदर्शन में क्रियान्वित किया गया। पहले चरण का आयोजन 9 अप्रैल 2025 से 29 अप्रैल 2025 के बीच किया गया, जिसमें खोड़गांव पंचायत के अंतर्गत आने वाले अंजरेल, परलाभाट, सुपगांव और खोड़गांव गांवों से 30 युवाओं ने भाग लिया।
वहीं दूसरे चरण का आयोजन 6 मई 2025 से 27 मई 2025 तक किया गया, जिसमें भैयासालेभाठ, फूलपाड़, छोटे जैतपुरी, पल्लेकसा, भैसगांव, अटुर्बेड़ा, निबरा, कुम्हारी, घोटिया, कोलार, पादरगांव, कोसरोड़ा, सत्तीघाट, तालाबेड़ा और माड़पा गांवों से 25 युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
29 अप्रैल 2025 और 27 मई 2025 को क्रमशः आयोजित समापन समारोह में सहायक महाप्रबंधक (रावघाट माइंस) अमित कुमार मिश्रा उपस्थित रहे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में अजय कुमार यादव, मोरध्वज और प्रदीप कोठारी का विशेष योगदान रहा।
यह एलएमवी ड्राइविंग प्रशिक्षण कार्यक्रम सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र की समग्र विकास दृष्टि का हिस्सा है, जो रावघाट क्षेत्र के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से सशक्त बनाने पर केंद्रित है। उल्लेखनीय है कि आईडीटीआर छत्तीसगढ़ शासन से संबद्ध और मारुति सुजुकी द्वारा संचालित एक संस्थान है, जहां यह प्रशिक्षण 21 दिवसीय आवासीय पाठ्यक्रम के रूप में संचालित हुआ। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रतिभागियों को व्यावहारिक और प्रमाणित ड्राइविंग कौशल प्रदान कर उनकी रोज़गार योग्यताओं में वृद्धि करना है।
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