सुपेला अस्पताल में ब्लड टेस्ट ठप: सात महीने से मशीनें खराब, मरीज बेहाल…

भिलाई | सुपेला। शासकीय लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, सुपेला में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। सात महीने से लैब की महत्वपूर्ण जांच मशीनें खराब होने के कारण 20 से अधिक ब्लड टेस्ट संभव नहीं हो पा रहे हैं। इससे हर दिन औसतन 150 मरीजों में से 90% मरीजों को ब्लड टेस्ट के लिए जिला अस्पताल रेफर करना पड़ रहा है।
CBC, डेंगू और प्लेटलेट टेस्ट भी प्रभावित
लैब टेक्नीशियन के मुताबिक, मोक्षित कॉर्पोरेशन की मशीन 7 माह से और एक्विला कंपनी की मशीन 4 माह से खराब है। इसके कारण CBC, प्लेटलेट, डेंगू सहित कई जरूरी जांचें बंद पड़ी हैं। मरीजों को या तो जांच अधूरी करवानी पड़ती है या फिर निजी लैब की ओर रुख करना पड़ता है।
मरीजों का गुस्सा टेक्नीशियनों पर
टेक्नीशियन ने बताया कि मशीनें सुधारने के लिए कई बार अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। करीब 20 दिन पहले एक्विला कंपनी से एक कर्मचारी आया था, जो 15 दिन में मशीन सुधारने की बात कहकर लौट गया, लेकिन अब तक लौटा नहीं।
अस्पताल प्रभारी को वास्तविक हालात की जानकारी नहीं!
अस्पताल प्रभारी डॉ. पियाम सिंह का कहना है कि केवल मोक्षित की मशीन खराब है, बाकी मशीनें ठीक काम कर रही हैं। लेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि ब्लड टेस्ट की अधिकांश सेवाएं बंद हैं और मरीजों को इलाज में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
टीबी मरीज भी हो रहे परेशान
टीबी मरीजों के लिए दवा वितरण काउंटर अक्सर बंद रहता है, जिसके चलते उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। डॉक्टरों से पूछने पर मरीजों को अगला दिन बताकर टाल दिया जाता है।
निजी लैब में खर्च बढ़ा, गरीब मरीज हो रहे शोषित
जिला अस्पताल की दूरी, भीड़ और रिपोर्ट में देरी के कारण मरीज मजबूरी में निजी पैथोलॉजी लैब का सहारा ले रहे हैं, जहां उन्हें अधिक शुल्क देना पड़ता है। इस वजह से गरीब मरीजों पर दोहरी मार पड़ रही है – ना समय पर जांच, ना सस्ती सुविधा।
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