बाबा साहब अंबेडकर की 134वीं जयंती पर भिलाई में आयोजित हुआ संवाद…

भाकपा (माले)लिबरेशन और अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) द्वारा बाबा साहब अंबेडकर की 134 में जयंती के अवसर पर डॉक्टर अंबेडकर और आज की चुनौतियां विषय पर एक संवाद का आयोजन 14 अप्रैल 2025 को भैरव बस्ती,शारदा पारा,भिलाई में किया गया ।
संवाद की शुरुआत बाबासाहेब डॉ अंबेडकर की फोटो पर माल्यार्पण से की गई।तत्पश्चात संविधान की उद्देशिका का पाठ किया गया। भाजपा शासन में संविधान व लोकतंत्र पर बढ़ रहे हमलों के खिलाफ लड़ाई को तेज करने का आह्वान किया गया।
गोष्ठी में असंवैधानिक- सांप्रदायिक वक्फ संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की गई तथा ज्योतिबा फुले पर बनी फिल्म पर रोक लगाने की निंदा की गई। भैरव बस्ती, शारदापारा में पानी की समस्या पर रोष जाहिर किया गया।
बैठक में कहा गया कि आज अंबेडकर को याद करने का मतलब है कि उनके विचारों और संविधान की रक्षा करना ।आज सत्ता में ऐसी सरकार है जो आजादी, समता व बंधुत्व के उलट इस देश में असमानता, नफरत और तानाशाही को स्थापित करने में लगी हुई है ।हमें स्वाधीन भारत ,जनतंत्र ,धर्मनिरपेक्षता संप्रभुता और समाजवाद की दिशा में तथा जाति, धर्म , नस्ल जेंडर, वर्ग आदि आधारों पर शोषण उत्पीड़न से मुक्ति की गारंटी करते हुए आगे बढ़ने का संकल्प लेने की जरूरत है।
संवाद में आर पी गजेंद्र, वासकी प्रसाद उन्मत, ए बी सिंह ,सनी कुमार साहू, दीनानाथ प्रसाद, अशोक मिरी, निर्मला गायकवाड़ ,मंजू कुर्रे, जुबरी बाई टंडन, तजनीन टंडन ,के पी सिंह,आशा अड़कणे, ज्ञानेंद्र गायकवाड़, डाली सारथी ,रामबाई मरकाम, नोहर लाल बंजारे, दुर्वासा बघेल, किरण धृतलहरे, राधिका बघेल, राजकुमार धृतलहरे , ओम दास मारकंडे, सती बाई रात्रे, बृजेन्द्र तिवारी आदि लोगों ने हिस्सा लिया।
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