
भिलाई दिनांक 27 मार्च को आयोजित नगर निगम भिलाई की बजट बैठक सर्व सम्मति से पारित नहीं हो पाया क्योंकि इसमें बहुत सारी खामियां और कमियां बताई गई। नगर निगम के उप नेता प्रतिपक्ष दया सिंह आक्रामक दिखे। उक्त बजट अधूरा और कमी से भरपूर है ऐसा प्रतिपक्ष का कहना रहा। साथ ही शासकीय अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाहियां भी यहां पर प्रदर्शित हुई।
बता दे कि आयुक्त ने कहा कि प्रस्तावित कार्यों को इंजीनियर देखेंगे की कौन-कौन सा कार्य हो पाएगा कौन सा नहीं और प्राथमिकता के आधार पर कार्य पूरा किया जाएगा। इस पर महापौर ने कहा कि सदन में पारित प्रस्ताव पर अधिकारी या कर्मचारी नहीं केवल राज्य शासन ही हस्तक्षेप कर सकता है क्योंकि राशि वहां से ही प्राप्त होती है।
उपनेता प्रतिपक्ष दया सिंह ने अधिकारियों को दो टूक कहा कि जनता के टैक्स से मिले एक रुपए का हिसाब-किताब इधर-उधर हुआ तो सोच लें। उनकी अगली पोस्टिंग जेल में होगी। ये छत्तीसगढ़ की विष्णु सरकार है। सुशासन की सरकार है। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार करने वालों की जगह जेल है।
दया सिंह ने आगे कहा कि सड़क, नाली और पानी जैसी जरूरी समस्याओं पर महापौर का ध्यान नहीं है। उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। जनता त्रस्त हो चुकी है। निगम में कांग्रेस की शहर सरकार है। उनसे कामकाज संभाले नहीं जा रहा है। महापौर ने सदन में कहा कि इसमें जो भी प्रस्ताव नहीं आ पाए हैं उसे अगली बैठक में लाने पर जोड़ दिया जाएगा।
लीजिए पढ़िए बजट बैठक में महापौर का अभिभाषण का पीडीएफ :
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