
मामले का पूरा विवरण
दुर्ग जिले के वैशाली नगर पुलिस ने सरकारी जमीन पर फर्जी रजिस्ट्री कर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पहले ही 10 आरोपी सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं।
कैसे हुआ घोटाला?
👉 आरोपी राजेंद्र प्रसाद ने हरिश राठौर को फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए निर्देश दिया था।
👉 गिरोह ने नकली व्यक्ति खड़ा कर फर्जी रजिस्ट्री करवाई।
👉 इसमें कार्तिक शर्मा, जलंधर और एन. धनराजू भी शामिल थे।
👉 लोगों को असली जमीन का झांसा देकर उनसे मोटी रकम वसूली गई।
कैसे खुलासा हुआ?
थाना वैशाली नगर में अतिरिक्त तहसीलदार क्षमा यदू ने शिकायत दर्ज कराई थी कि खसरा नंबर 5407/7 की सरकारी जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए निजी लोगों को बेचा गया। जांच में सामने आया कि यह ज़मीन उद्योग विभाग के नाम पर दर्ज थी, जिसे फर्जी तरीके से हड़पने की साजिश रची गई थी।
अब तक कौन-कौन गिरफ्तार?
गिरफ्तार आरोपी:
1️⃣ हरिशचंद राठौर
2️⃣ कार्तिक शर्मा
3️⃣ जलंधर
4️⃣ एन. धनराजू
5️⃣ संतोष कुमार साहू
6️⃣ दीपक मानिकपुरी
7️⃣ हेमंत सोनवानी
8️⃣ टीकाराम महोबे
9️⃣ संजय शर्मा
🔟 अन्य आरोपी
➡ 11वें आरोपी राजेंद्र प्रसाद को 9 फरवरी 2025 को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस की कार्रवाई जारी
इस मामले में अभी और भी आरोपी शामिल हो सकते हैं। पुलिस लगातार जांच कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों को भी जल्द गिरफ्तार करने की संभावना है।
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