दुर्ग: पुरानी भिलाई पुलिस की त्वरित कार्यवाही में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जो हथखोज इंजीनियरिंग निर्माणाधीन प्लाट में रात के समय लूट की वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूट की रकम और घटना में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। अन्य दो फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
घटना का विवरण और प्रार्थी की शिकायत
22 दिसंबर 2024 को एजाज आलम (44 वर्ष), जो हथखोज इंजीनियरिंग पार्क में निर्माणाधीन फाउंडेशन और बाउंड्रीवाल की देखरेख करते हैं, ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। एजाज आलम ने बताया कि 21 दिसंबर 2024 की रात को वह हेमंत भारती नामक मिस्त्री के साथ निर्माण स्थल पर काम कर रहे थे। हेमंत भारती झोपड़ी में सोने चला गया, जबकि एजाज आलम अपनी कार में सोने लगे।
करीब 02:05 बजे मध्य रात्रि, एक अज्ञात व्यक्ति कार के पास आया और दरवाजे को जोर से पीटने लगा। जब एजाज आलम ने दरवाजा खोला, तो उस व्यक्ति ने चाकू दिखाकर उनके पास जो भी है, उसे मांग लिया। जब उन्होंने विरोध किया, तो आरोपी ने उनपर चाकू से वार किया। उसी समय दो अन्य आरोपी चाकू लेकर आए और उन्होंने 4400 रुपये लूट लिए और मौके से भाग गए।
पुलिस कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी
घटना के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) सुखनंदन राठौर और नगर पुलिस अधीक्षक छावनी हरिश पाटिल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी महेश कुमार ध्रुव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कार्रवाई की।
टीम ने शिवालिक कंपनी के गार्ड और प्रार्थी से पूछताछ की और आरोपियों के हुलिया की जानकारी प्राप्त की। इसके बाद, सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई और महाराजा देवार और निकेत देवार नामक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। प्रार्थी ने इन आरोपियों की पहचान की और पूछताछ में उन्होंने घटना में शामिल अन्य फरार आरोपियों शेखर और कजरी का नाम लिया।
पुलिस ने इन आरोपियों के निशानदेही पर चाकू और लूट की रकम के कुछ हिस्से बरामद किए। आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया।
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