दुर्ग / कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज नव नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत केंद्रीय जेल दुर्ग में महिला एवं पुरुष कैदियों के लिए पृथक पृथक दो उल्लास साक्षरता केंद्र का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जेल में निरुद्ध आसाक्षर कैदियों को न केवल पढ़ना लिखना और अंकगणित की समझ के कौशल को विकसित करना है।
अपितु आजीवन सीखने को प्रोत्साहित करना और जीवन कौशल की समझ को समृद्ध करना है। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री चौधरी ने अपने वक्तव्य में उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा की इस यात्रा में निकलने वाला प्रत्येक शिक्षार्थी न केवल पढ़ना लिखना सिखता है बल्कि अपने अंदर एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने में सक्षम होता है और हमारे अच्छे विचार हमें सपनों के एक कदम करीब लाते है।
कार्यक्रम के अंत में जेल में निरुद्ध असाक्षर कैदियों को कलेक्टर सुश्री चौधरी ने पठन सामग्री वितरित कर उल्लास नवभारत साक्षरता का शपथ दिलाया। इस कार्यक्रम में जेल अधीक्षक मनीष संभाकर, जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा, नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. पुष्पा पुरुषोत्तम, सहायक संचालक अमित घोष एवं संजय वर्मा, उप जेल अधीक्षक श्याम ठाकुर, जेल शिक्षक अतुल मिश्र, राज किशोरी तिग्गा, प्रहरी ललित साहू और राजेश साहू उपस्थित थे।
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