लखीमपुर खीरी हिंसा: हत्या करने वाले 6 की हुई पहचान, SIT ने जारी की तस्वीर
लखीमपुर खीरी हिंसा में 4 लोगों की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में शामिल 6 आरोपितों की पहचान कर ली गई है। इस घटना की जाँच के लिए गठित की गई एसआईटी ने की टीम ने संदिग्धों की तस्वीरें भी जारी की हैं। मामले की जाँच कर रही कमिटी 25 अक्टूबर को अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी और उसे 26 अक्टूबर को इसे सुप्रीम कोर्ट में सौंपेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस ये हत्याएँ करने वाले आरोपितों की तस्वीरें जारी कर इनके बारे में जानकारी देने वालों को अवॉर्ड भी देगी। जाँच एजेंसी ने आरोपितों की जानकारी देने वाले की जानकारी देने की अपील की थी। पुलिस ने कहा है कि जानकारी देने वालों की पहचान को गुप्त रखा जाएगा।
गौरतलब है कि बीते 3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में थार जीप से कुचल कर 4 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद गुस्साए किसानों ने पीट-पीट कर चार लोगों की हत्या कर दी थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेष जाँच दल (एसआईटी) ने शनिवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जो 3 अक्टूबर को किसानों पर गाड़ी चढ़ाने वाली एसयूवी में सवार थे। इसमें एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी।
एसआईटी ने गिरफ्तार लोगों की पहचान मोहित त्रिवेदी, रिंकू राणा और धर्मेंद्र के रूप में की है। सभी लखीमपुर खीरी के रहने वाले हैं। इसके साथ ही किसानों और पत्रकार की हत्या के मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 13 हो गई।
एसआईटी के एक अधिकारी ने कहा, “हमने किसानों और एक पत्रकार की हत्या में शामिल पाए गए सभी आरोपितों को लगभग गिरफ्तार कर लिया है। अगर कोई और नया नाम सामने आता है तो हम उनके खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे। हम आरोपितों के खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी एकत्र कर रहे हैं।” जाँच एजेंसी ने तीनों को स्थानीय अदालत में पेश किया, जहाँ से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “गिरफ्तार व्यक्ति एक स्कॉर्पियो की पिछली सीट पर थे। घटना में शामिल अन्य दो गाड़ियाँ महिंद्रा थार थी, जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा से संबंधित है। उनके ही बेटे आशीष मिश्रा इस मामले में मुख्य आरोपित हैं।”
इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश के भतीजे अंकित दास की एक फॉर्च्यूनर है। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के अनुसार कहा गया है कि एसआईटी को शिशु पाल से पूछताछ के दौरान त्रिवेदी, राणा और धर्मेंद्र की संलिप्तता के बारे में पता चला था, जिन्होंने कथित तौर पर स्कॉर्पियो चलाई थी।