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जिला स्तरीय ’जनजातीय गौरव दिवस’ का आयोजन 15 नवम्बर को

दुर्ग / राज्य शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती ’जनजातीय गौरव दिवस’ के अवसर पर 15 नवम्बर को सुबह 10.30 बजे बीआईटी कॉलेज में जिला स्तरीय समारोह का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअल रूप से जुड़कर समारोह को सम्बोधित करेंगे।
समारोह में सांसद विजय बघेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे तथा जनजातीय गौरव समाज प्रदेश अध्यक्ष एम.डी. ठाकुर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

उक्त आयोजन में दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव, अहिवारा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, साजा विधायक ईश्वर साहू, पाटन विधायक भूपेश बघेल, महापौर नगर पालिका निगम दुर्ग धीरज बाकलीवाल, कंडरा समाज अध्यक्ष अशोक कुमार, कवंर समाज अध्यक्ष कृष्ण कुमार जयसिंधु, हल्बा समाज अध्यक्ष मंथीर खलेन्द्र विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।

21वीं पशु संगणना की तैयारी के लिये रणनीति बनाने और सशक्त करने के लिये संभाग स्तरीय कार्यशाला संपन्न

दुर्ग / लोक निर्माण विभाग के सभाकक्ष में 21वीं पशु संगणना की तैयारी के लिये रणनीति बनाने और सशक्त करने के लिये संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन विगत 13 नवम्बर को किया गया। कार्यशाला में कई सत्र आयोजित किये गये। इस अवसर पर डॉ.एस.पी. सिंह उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाये विशेष रूप से उपस्थित थे। राज्य के मास्टर ट्रेनर डॉ. सुधीर पंचभाई के द्वारा विस्तृत रूप से प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यशाला में 21वीं पशु संगणना डेटा संग्रह के लिये विकसित मोबाईल एप्लीकेशन का भी शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आगामी पशु संगणना के लिये एक समन्वित और कुशल दृष्टिकोण सुनिश्चित करना है। पशु धन विकास विभाग द्वारा संभाग स्तरीय कार्यशाला में 21वीं पशु संगणनाका संक्षिप्त विवरण दिया और बाद में भारतीय कृषि अनुसंधान परिसर राष्ट्रीय पशु अनुवाशिकी संसाधन ब्यौरों द्वारा गणना में शामिल की जानी वाली प्रजातियों के नस्ल विवरण पर प्रस्तुति दी गई।

नस्ल के पहचान विभिन्न पशुधन क्षेत्र कार्यक्रमों में उपयोग किये जाने वाले सटीक आकरण तैयार करने और सतत विकास लक्ष्यों के राष्ट्रीय संकेतक ढांचे के लिये महत्वपूर्ण है। भारत सरकार द्वारा 21वीं पशु संगणना के लिये जारी की गई कार्य प्रणाली और दिशा निर्देशों पर विस्तृत सत्र, मोबाईल एप्लीकेशन और डेशबोर्ड साफ्टवेयर पर प्रशिक्षण और प्रश्नों के अलावा चिंताओं के समाधान के लिये एक खुली चर्चा की गई।

उपसंचालक द्वारा पशु संगणना के महत्व और देश की अर्थ व्यवस्था, खाद्य सुरक्षा के लिये पशुधन क्षेत्र का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि पशुधन की गणना सावधानी पूर्वक योजना बनाकर और उसे लागू करने का आहवान किया। इस कार्यशाला के महत्व को बताते हुये कहा कि सटीक और कुशल डेटा संग्रहण के लिये प्राद्योगिकी लाभ उठाने के लिये प्रतिबद्ध है।

21 पशु संगणना की सफलता सुनिश्चित करने के लिये सभी हितकारकों की सामुहिम जिम्मेदारी पर बल दिया गया। संगणना कार्यों के लिये व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कर दिवाल लेखन, ग्राम सभा में बैठक तथा कोटवारों के द्वारा मुनियादी कराकर संगणना कार्य पूर्ण करें तथा घुमन्तु पशु का आवश्यक डाटा संग्रहण किये जाने पर निर्देश दिये गये।

पंचायत निर्वाचक नामावली तैयार करने संशोधित कार्यक्रम

दुर्ग / छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम में हुए संशोधनों के परिक्षेप्य में छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा 01 अक्टूबर 2024 की अर्हता तिथि नियत करते हुए उसके आधार पर फोटो युक्त निर्वाचक नामावली तैयार करने के लिए पूर्व में जारी आदेश एवं कार्यक्रम में पुनः संशोधन किया गया है।

जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार निर्वाचन नामावली तैयार करने का संशोधित कार्यक्रम निम्नानुसार है- दावे तथा आपत्तियां प्राप्त करना 14 नवम्बर 2024, दावे/आपत्तियां प्राप्त करने की अंतिम तारीख 20 नवम्बर 2024, दावें/आपत्तियों का निपटारे की अंतिम तारीख 25 नवम्बर 2024, प्रारूप क-1 से रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को दावा प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 27 नवम्बर 2024, प्रारूप क-1 में प्राप्त दावा का निराकरण करने की अंतिम तिथि 30 नवम्बर 2024, दावे/आपत्तियों के निराकरण आदेश के विरूद्ध अपील करने की अंतिम तारीख निराकरण आदेश पारित होने के 05 दिवस के भीतर और निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 13 दिसम्बर 2024 को किया जाएगा।

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