दुर्ग, छत्तीसगढ़: आज गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती के अवसर पर दुर्ग में एक भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर महापौर धीरज बाकलीवाल श्रद्धापूर्वक कार्यक्रम में शामिल हुए और पंज प्यारों का पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व महापौर आर. एन. वर्मा, संजय कोहले, फतेह सिंह भाटिया, बृजेन्द्र भारद्वाज, परमजीत सिंह भुई, शिशिरकांत कसार सहित सिख समुदाय के हजारों लोग उपस्थित थे।
नगरी कीर्तन का विशेष आकर्षण
नगर कीर्तन की शुरुआत नगाड़ों और नरसिंगा (तुरही) की ध्वनि के साथ हुई। सबसे आगे पाँच निहंग घुड़सवार अपनी पारंपरिक वेशभूषा में चल रहे थे, जो दर्शकों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। इस दौरान पाइपर बैंड, गतका टीम और बाइकर टीम ने भी विशेष आकर्षण प्रस्तुत किया। गतका टीम के बच्चों और वरिष्ठ सदस्यों ने पारंपरिक करतब दिखाए, जिससे उपस्थित लोग मंत्रमुग्ध हो गए।
सफाई और स्वागत की भावना
नगर कीर्तन के मार्ग में पुरुष और महिला सेवादार सड़क पर पानी डालकर सफाई करते हुए चल रहे थे। पाँच प्यारे पारंपरिक वेशभूषा में चल रहे थे, जिनका स्थानीय निवासियों ने पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। एक खुले वाहन पर फूलों से सुसज्जित पालकी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी शोभायमान थे।
कीर्तन और गुरु साहिब का आशीर्वाद
नगर कीर्तन के दौरान पुरुष और महिलाओं के कीर्तन जत्थों ने गुरुबानी का गायन किया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। नगर कीर्तन के रास्ते में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूलों और मालाओं से स्वागत किया। नगर कीर्तन का समापन गुरुद्वारा साहिब में हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने गुरबानी के संग ध्यान लगाया और गुरु साहिब के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
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