Rajnandgaon News: एक ही गांव के 50 से अधिक बच्चों की बिगड़ी तबीयत
राजनांदगांव अस्पताल में बच्चों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के राजनांदगांव (Rajanadgaon) के शासकीय मेडिकल कॉलेज (Medical College) अस्पताल पेंड्री में 50 से अधिक बच्चों को भर्ती कराया गया है. जहां उनका इलाज जारी है. फिलहाल सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. मेडिकल टीम द्वारा बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
Rajnandgaon News. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम गातापार कला में 50 से ज्यादा बच्चों की तबीयत अचानक ही बिगड़ गई. बच्चों के अलावा 10 वयस्कों की भी तबीयत खराब हो गई है. सभी को उल्टी और दस्त की शिकायत है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद राजनांदगांव के शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल पेंड्री में 50 से अधिक बच्चों को भर्ती कराया गया है. जहां उनका इलाज जारी है. फिलहाल सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. मेडिकल टीम द्वारा बच्चों का इलाज किया जा रहा है. जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है. एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने से हड़कंप मच गया है.
राजनांदगांव के गातापार कला मे बीते मंगलवार की देर शाम गांव से बच्चे गांव के सप्ताहिक बाजार में घूमने निकले हुए थे. वहां बच्चों ने भेल खाया. जिसके बाद रात में अचानक बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत शुरू हो गई. परिजनों ने आनन-फानन में बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए पहुंचाया. तबीयत ठीक नहीं होने के कारण लगभग 50 बच्चों को राजनांदगांव स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया, जहां मेडिकल कॉलेज की टीम द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है. वही सभी बच्चे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. बच्चों की बीमारी की सूचना प्रशासन को मिलते ही हड़कंप मच गया आनन-फानन में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल सभी बच्चों को राजनांदगांव रेफर किया गया.
पानी की भी समस्या
राजनांदगांव के सीएमएचओ डॉ मिथलेश चौधरी ने बताया कि गांव के सप्ताहिक बाजार में बच्चों ने कुछ खाया था, जिसके बाद उनकी दृष्टि की शिकायत हुई है. सूचना मिलते ही मौके पर स्वास्थ विभाग की टीम पहुंची. सभी बच्चों का इलाज जारी है. प्रथम दृश्य पूरा मामला फूड प्वाइजनिंग का सामने आ रहा है. सभी बच्चे खतरे से बाहर है. वही पूरे मामले में ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सिर्फ बच्चे ही बीमार नहीं हुए हैं बड़ों को भी यह समस्या आ रही है. संभवत गांव में पानी में भी समस्या हैं पानी के कारण भी बीमार हो सकते हैं, ऐसी ग्रामीणों की आशंका है.