भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीड़ा सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं विभाग ने महात्मा गांधी कला मंदिर में दिवंगत गजल सम्राट जगजीत सिंह जी को स्वरांजली अर्पित की। इस अवसर पर संयंत्र के संगीत प्रेमियों ने जगजीत सिंह जी की मधुर गजलों को उनके स्मरण में प्रस्तुत किया। प्रभंजय चतुर्वेदी ने उनकी प्रसिद्ध गजलों को अपने अंदाज में गाया, जिसमें श्रोताओं ने भावविभोर होकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुंबई से विशेष मेहमान: दीपक पंडित का वायलिन वादन
कार्यक्रम में विशेष रूप से मुंबई से आए विख्यात वायलिन वादक दीपक पंडित भी मौजूद थे, जिन्होंने 23 वर्षों तक जगजीत सिंह जी के संगीत सफर में उनका साथ दिया था। श्री पंडित की वायलिन धुनों ने सांस्कृतिक संध्या को एक भावुक और संगीतमय माहौल में बदल दिया, जिसमें श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गए।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस मौके पर भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार और मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) संदीप माथुर भी उपस्थित थे, जिन्होंने अपने परिवार सहित इस कार्यक्रम में भाग लिया।
संगतकारों का योगदान
गजल संध्या में तबले पर भालचंद्र शेगेकर और रामचंद्र सरपे, बांसुरी पर दुष्यंत हरमुख, ऑक्टोपैड पर दीपांकर दास और देवब्रत मजुमदार, ढोलक पर भागवत साहू, और कीबोर्ड पर दिलीप शर्मा ने संगत कर माहौल को सुरमई बना दिया।
कार्यक्रम संचालन
कार्यक्रम का संचालन क्रीड़ा सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं विभाग के सुप्रियो सेन ने किया, जिन्होंने संयंत्र के कर्मचारियों एवं संगीत प्रेमियों के बीच जगजीत सिंह जी के योगदान को याद दिलाया।
संपूर्ण खबरों के लिए क्लिक करे