छत्तीसगढ़दुर्गभिलाई

बीएसपी CSR के पहल पर महिला समूह को सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन का किया गया हस्तांतरण…

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सीएसआर पहल के तहत 16 अक्टूबर 2024 को दुल्की माइन्स के समीपस्थ ग्राम कमकासुर में सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन स्थापित कर ग्राम की महिला समूह को मशीन का हस्तांतरण किया गया। बीएसपी-सीएसआर ने महिला सशक्तिकरण के लिए, ग्राम कमकासुर के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मेसर्स सुलभ इंटरनेशनल सेंटर फॉर एक्शन सोशियोलॉजी एंड सोशियोलॉजी फॉर सैनिटेशन नई दिल्ली के सहयोग से एक सेनेटरी पैड बनाने की मशीन उपलब्ध कराई।

इस कार्यक्रम में महाप्रबंधक (खदान) जयप्रकाश, महाप्रबंधक (राजहरा लौह अयस्क खदान) अरूण कुमार उप महाप्रबंधक (राजहरा) मनीष जायसवाल, वरिष्ठ प्रबंधक राकेष ठाकुर, उप प्रबंधक (एचआर-खदान) डाॅ जे एस बघेल, वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे एवं उप प्रबंधक (सीएसआर) के के वर्मा सहित ग्राम कमकासुर की सरपंच श्रीमती जमुना बाई टेकाम, सचिव श्री जैन सिंह, सुलभ इंटरनेशनल से प्रषिक्षक शोभित पुसेवाड़ा विशेष रूप से उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त हस्तांतरण समारोह में सीएसआर के अन्य विभागीयकर्मी सहित ग्राम पंचायत कमकासुर के ग्रामवासी, निकटवर्ती ग्राम कट्टापार व गोदरा के ग्रामीवासी तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी मौजूद थी।

बीएसपी CSR के पहल पर महिला समूह को सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन का किया गया हस्तांतरण...

इस अवसर पर महाप्रबंधक (खदान) जयप्रकाश ने अपने उद्बोधन में महिलाओं को प्रेरित करते हुए सेनेटरी पैड के प्रयोग से संबंधित स्वास्थ्य लाभ एवं व्यावसायिक महत्व के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के प्रारम्भ में वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे ने अपने स्वागत भाषण में महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता के साथ स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर विचार व्यक्त कर ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित किया तथा कहा कि सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।

ज्ञात हो कि बीएसपी के सीएसआर पहल के अंतर्गत, सुलभ द्वारा ‘‘ऑटोमैटिक सेनेटरी नैपकिन वन डाई मशीन‘‘ प्रदान की गई है। मेसर्स सुलभ इंटरनेशनल सेंटर फॉर एक्शन सोशियोलॉजी (एसआईएसएएसएस) द्वारा, ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में मासिक धर्म स्वच्छता शिक्षा और पर्याप्त स्वच्छता सुविधाओं में सुधार के लिए, अपने सीएसआर पहल के तहत बड़े कॉर्पोरेट के साथ मिलकर ‘गौरव‘ कार्यक्रम शुरु किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत (एसआईसीएएस), ग्रामीण महिला (स्वयं सहायता समूह) को सेनेटरी नैपकिन मशीन भी प्रदान करता है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति और आत्मनिर्भरता के सर्वांगीण विकास में मदद मिल सके।

बीएसपी CSR के पहल पर महिला समूह को सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन का किया गया हस्तांतरण...

सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन की स्थापना से न केवल स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार होगा, बल्कि महिलाएं आत्मनिर्भर होकर कार्य भी कर सकेंगी। ग्रामीण महिलाएं (स्वयं सहायता समूह) सेनेटरी नैपकिन मेकिंग मशीन से, सेनेटरी बैंक के कच्चे माल का उपयोग करके कम लागत वाले सेनेटरी पैड का उत्पादन कर सकेंगी।

स्कूली बच्चों/महिलाओं के लिए बनाए गए पैड की कीमत लगभग 2 रुपये होगी और इसे महिला स्वयं सहायता समूह/स्कूल से कभी भी प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए स्वचालित सेनेटरी नैपकिन वन डाई मशीन, यूवी स्टेरिलाइजर, हल्के स्टील से बना कच्चा माल रोल स्टैंड, नैपकिन के लिए कच्चा माल, सेनेटरी नैपकिन पैकेट और सीलिंग मशीन प्रदान किया गया।

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